न्यूज 11 भारत
रांचीः झारखंड में बैंको की हड़ताल का दिखने लगा असर. दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी मजदूर संगठनों की हड़ताल का असर झारखंड के बैंकों में भी दिखने लगा है. झारखंड में बैंकिंग इंप्लॉइज फेडरेशन ऑफ इंडिया और आखिल भारती बैंकिंग एम्प्लॉइज कंफेडरेशन भी केंद्र के मजदूर विरोधी नीतियों और बैंकों के निजीकरण को लेकर हड़ताल पर हैं. झारखंड में स्टेट बैंक की शाखाओं को छोड़ कर अन्य सभी बैंक बंद हैं. झारखंड में सभी बैंकों की 35 सौ से अधिक शाखाएं कार्यरत हैं. इसमें सभी राष्ट्रीयकृत बैंक, निजी बैंक भी शामिल हैं. बेफी और आइबाक के आह्वान पर दो दिनी बैंकिंग हड़ताल से सभी तरह की बैंकिंग गतिविधियां ठप हो गयी हैं. सभी बैंकों की शाखाओं में ताले लटके हुए हैं और बेफी और आइबाक के नेताओं की तरफ से बैंकों की शाखाओं के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया जा रहा है.
बैंकों के बंद रहने से 25 सौ करोड़ से अधिक का कारोबार होगा प्रभावित
हड़ताल से बैंकों की शाखाओं से पैसे की निकासी और डिपॉजिट के अलावा बैंकिंग ट्रांसफर प्रभावित हुआ है. इसके अलावा बैंकों के सर्विस ब्रांच से क्लीयरिंग भी प्रभावित हुई है. प्रति दिन सिर्फ 15 सौ से दो हजार करोड़ की चेक क्लीयरिंग सर्विस ब्रांच से होती है. इतना ही नहीं बैंकों की शाखाओं में अन्य तरह के प्रशासनिक कार्य भी होते हैं. अमूमन झारखंड में प्रति दिन 25 सौ करोड़ से अधिक का कारोबार सिर्फ बैंकों से होता है. ऐसे में दो दिनों की हड़ताल से बैंकिंग गतिविधियां पूरी तरह ठप हो गयी हैं.
झारखंड में राष्ट्रीयकृत बैंकों में भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक, यूको बैंक, कारपोरेशन बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक समेत अन्य बैंक हैं. इनके अलावा एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, इंडस इंड बैंक, कर्नाटका बैंक लिमिटेड, लक्ष्मी विलास बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, बंधन बैंक समेत अन्य निजी बैंक भी हैं, जहां हड़ताल का व्यापक असर देखा जा रहा है.