न्यूज 11 भारत
रांची : केंद्रीय श्रम संगठनों ने आज देशव्यापी हड़ताल बुलाया है. इसके तहत एचईसी में भी कई श्रमिक संगठनों ने हड़ताल की घोषणा की थी. हड़ताल को सफल बनाने के लिए श्रमिक संगठनों ने संयुक्त बैठक कर निर्णय लिया था. इस हड़ताल में हटिया प्रोजेक्ट वर्कर्स यूनियन, हटिया कामगार यूनियन, हटिया मजदूर यूनियन, एचईसी लिमिटेड कर्मचारी श्रमिक यूनियन आदि शामिल है. 28 मार्च, सोमवार की सुबह जनरल शिफ्ट के कर्मचारी अपने कार्यस्थल पर जा रहे थे. तभी हड़ताल समर्थक यूनियन के लोगों ने कर्मचारियों को कार्यस्थल पर जाने से मना किया. हड़ताल को सफल बनाने में सहयोग करने को कहा. बातचीत के दौरान ही दोनों पक्ष के कर्मी आपस में भिड़ गए. जिसमें हड़ताल समर्थक कर्मचारियों ने काम पर जाने वाले कर्मचारियों को लाठी-डंडे से हमला कर दिया. जिसमें पांच कर्मचारी घायल हो गए.
घायलों का इलाज एचईसी वेलनेस सेंटर में हुआ
घायल कर्मचारियों ने बताया कि जिन कर्मियों ने हमला किया वे सभी हटिया कामगार यूनियन और हटिया मजदूर यूनयन के लोग थे. घायलों का इलाज एचईसी वेलनेस सेंटर में हुआ. सूचना मिलने के बाद पुलिस भी घटना स्थल पर पहुंची. जो कर्मचारी घायल हुए है उनका नाम सत्यनारायण बड़ाईक, संजय कुमार, अशोक बर्धन आजाद, रउफ अंसारी व प्रकाश कच्छप है. इस घटना पर एचईसी प्रबंधन और सभी श्रमिक संगठन कुछ भी कहने से बच रहे हैं.
केंद्रीय श्रम संगठनों ने केंद्र सरकार की नीतियों से उद्योगों, कामगारों व किसानों को क्षति को लेकर हड़ताल का अह्वान किया है. श्रमिक संगठनों का कहना है कि सरकार नए कानून लाकर श्रमिकों के अधिकारों को कम कर रही है. एचईसी में चार श्रम कानूनों को वापस लेने, एचईसी के परमाणु ऊर्जा विभाग, सेल या कोल इंडिया में विलय करने, एचईसी के रिवाइवल के लिए 2000 करोड़ का पैकेज देने, ठेका श्रमिकों को 24 हजार वेतन देने संग अन्य मांगों को लेकर हड़ताल की घोषण की गई थी.
बताते चलें कि ट्रेड यूनियनो के राष्ट्रव्यापी हड़ताल का एचईसी पर कोई असर नहीं हुआ है. यूनियनों के आह्वान के बावजूद एचईसी के तीनों प्लांटों में काम चालू है. यूनियनों और मजदूरों के बीच हड़ताल का विरोध करने को लेकर मारपीट हुई, जिसमें आधा दर्जन एचईसीकर्मी घायल हो गए. मजदूर यूनियनों पर लगा है मारपीट का आरोप.