न्यूज11 भारत
रांची: कोरोना के नए नए वेरिएंट को देश दुनिया देख ही चुकी है. कोरोना के प्रचंड तबाही के बाद एक बार दुनिया ने उबरना शुरू ही किया था कि खबर आई कि इंसानों के बाद अब चूहों में भी कोरोना का संक्रमण फैल रहा है. जी हां, एक सनसनीखेज रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में चूहों में भी अब कोरोना वायरस फैलने लगा है.
बता दें कोरोना के कारण अमेरिका में भारी तबाही मची थी वहीं हाल ही हुई एक स्टडी में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. इधर अनुमान है कि न्यूयॉर्क सिटी में करीब 80 लाख चूहे है. वहीं एमबायो-अमेरिकन फॉर माइक्रोबायोलॉजी की एक ओपन-एक्सेस जर्नल में जारी स्टडी में कहा गया है कि न्यूयॉर्क के चूहे को कोविड वेरिएंट से संक्रमित होने की प्रबल संभावना है.
वहीं इसे लेकर रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (CDC) ने साफ किया है कि कोरोना वायरस के जानवरों से इंसानों में फैलने की आशंका बेहद दुर्लभ है.मालूम हो कि इसे लेकर अध्ययन के प्रधान अन्वेषक डॉ. हेनरी वान ने कहा कि यह नई स्टडी किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले आगे की जांच पर जोर डालते हैं. साथ ही उन्होने कहा कि ‘चूहों की आबादी में वायरस का जोखिम यह निर्धारित करने के लिए है कि क्या वायरस जानवरों में फैल रहा है और नए स्ट्रेन में विकसित हो रहा है, जिससे मनुष्यों को खतरा पैदा हो सकता है.
’यदी ऐसा हुआ तो वैज्ञानिको को चिंता है कि जैसा 13वीं शताब्दी के मध्य में यूरोप में ‘बुबोनिक प्लेग‘ने तबाही मचाई थी वैसा ही नजारा न बन जाए. बता दें ये वो ओर था जब तकनीकी रूप से दुनिया पिछड़ी हुई थी. ऐसे में प्लेग ने ऐसा तांडव मचाया कि आधा यूरोप ही साफ हो गया. अकेले यूरोप और अफ्रीका देशों में मौत के आंकड़ों की बात की जाए तो 75 से 200 मिलियन लोगों की मौत हुई थी.
बता दें इस दौर में लगभग पांच सालों में किसी की मौत होना एकदम आम बात हो गई थी. हालत ये थी कि दिन में जितने लोगों को गड्ढा खोद के दफनाया जाता था, अगले दिन उतने ही और लोगों की मौत हो जाती थी. किसी को इतना भी समय नहीं मिलता था, कि वह मरने वाले पर शोक मनाए. लोग इलाज के बजाए बीमार व्यक्ति का मौत ही एक आखिरी रास्ता है ऐसा मानने लगे थे.