नई दिल्ली: कोरोना केस में एक बार फिर बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. बीते 24 घंटे की बात करें तो विश्वभर में 16.03 लाख केस सामने आए हैं. वहीं 6818 लोगों ने अपनी जान गंवाई है. भारत में कोविड संक्रमण में भी तेजी देखी जा रही है. भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 4,575 केस सामने आए हैं. ऐसे में सवाल उठने लगा है कि भारत में क्या चौथी लहर आएगी और कब तक? इस बीच आइए जानते हैं कि इस पर वायरोलॉजिस्ट क्या कह रहे हैं?
देश में कोरोना की तीसरी लहर लगभग खत्म हो गई है. हालांकि, दुनियाभर में बढ़ रहे केसों के चलते चौथी लहर की आशंकाएं बढ़ती जा रही हैं. हालांकि, वायरोलॉजिस्ट डॉ टी जैकब जॉन का मानना है कि भारत में कोई चौथी लहर नहीं आएगी. अगर कोरोना का कोई नया वैरिएंट नहीं आता, जो अलग तरह से रिएक्ट करें, तो भारत में चौथी लहर नहीं आएगी.
भारत में बुधवार को कोरोना के 4,575 नए केस सामने आए हैं. इससे पहले मंगलवार को 3,993 नए केस सामने आए थे. ये 662 दिन में सबसे कम थे. भारत में तीसरी लहर का पीक 21 जनवरी को आया था. जब देश में एक दिन में कोरोना के 3,47,254 केस सामने आए थे.
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काफी कम उतार चढ़ाव देखने को मिलेगा
इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च के सेंटर ऑफ एडवांस्ड रिसर्च इन वायरोलॉजी के पूर्व डायरेक्टर जॉन ने कहा कि यह आसानी से कहा जा सकता है कि भारत में तीसरी लहर खत्म हो गई है और भारत महामारी के स्थानिक फेज में दाखिल हो गया है. उन्होंने कहा, स्थानिक फेज में दाखिल होने को लेकर मेरी अपनी परिभाषा है. यानी इस स्थिति में देश में कोरोना के रोजाना कम और स्थिर केस आएंगे. इनमें काफी कम उतार चढ़ाव होगा और यह सिर्फ चार हफ्तों के लिए होगी. भारत में सभी राज्यों में एक जैसी स्थिति दिख रही है, इसलिए इससे मुझे और भरोसा मिला है. endemic stage यानी स्थानिक स्टेज वह होती है, जब लोग वायरस के साथ रहना सीख लेते हैं. यह एपिडेमिक स्टेज से अलग होती है, जब वायरस का प्रभाव आबादी पर पड़ता है.