न्यूज11 भारत
रांची: अपने वतन वापसी की राह देख रहे प्रवासी मजदूरों के लिए अच्छी खबर है. दो महीने से अधिक समय से ताजिकिस्तान में फंसे झारखंड के प्रवासी मजदूर अपने गृह राज्य लौटेंगे.
मंगलवार को सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पहले चरण में 35 मजदूरों में से 22 वापस आएंगे. इसके बाद बाकी के लोग टिकट बुक होने के बाद वापस लौटेंगे. बता दें मजदूरों ने सोशल मीडिया के माध्यम से परिवार के सदस्यों को बताया कि उन्हें बिजली पारेषण लाइन बिछाने के काम में लगाने वाली कंपनी ने उनके पासपोर्ट जब्त कर लिए और उन्हें पर्याप्त भोजन नहीं दिया और वेतन भी नहीं दिए.
बता दें कि तजाकिस्तान में फंसे झारखंड के 36 मजदूरों में 14 लोग अकेले हजारीबाग जिले के विष्णुगढ़ के रहने वाले हैं. मालूम हो कि यह कोई पहला मौका नहीं है इससे पहले भी पिछले वर्ष दिसंबर के महीने में भी ताजिकिस्तान में झारखंड के 44 मजदूर फंस गए थे. बता दें इन्हें भी विष्णुगढ़ के ही खरना निवासी एजेंट पंचम महतो ने ही भेजा था.
उस दौरान केंद्र व राज्य सरकार की पहल से सभी मजदूरों की सुरक्षित वतन वापसी कराई गई थी. ये दलाल अक्सर विदेशों में बेहतर तनख्वाह की लालच देकर मजदूरों को अक्सर झांसे में लेकर विदेशों में भेज दिया जाता है. जहां उनसे कंपनी काम तो करवाती है लेकिन बदले में उन्हें मेहनताना तक नहीं देती.