न्यूज11 भारत
रांची: झारखंड के गोड्डा से एक बेहद शर्मनाक खबर आ रही है जहां एक सरकारी स्कूल में पढ़नेवाली एक दिव्यांग बच्ची बुरी तरह झुलस गयी. बताया जा रहा कि झारखंड के गोड्डा जिले के महागामा प्रखंड के लोगाय मध्य विद्यालय में एक मासूम दिव्यांग छात्रा फिजा को पढ़ाने के बदले उसे मिड डे मील यानी मध्यान भोजन बनाने में मदद ली जाती थी.
जानकारी के मुताबिक बच्चों के लिए बनाए गए मिड डे मील के चावल के गर्म पानी (माड़ पसाने) निकालने के दौरान यह छात्रा बर्तन में गिर गई और गंभीर रूप से झुलस गई. इस घटना के आनन-फानन में छात्रा को इलाज के लिए गोड्डा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उक्त छात्रा का इलाज चल रहा है.
मालूम हो कि सरकारी स्कूलों में बच्चों को उन्नत शिक्षा के साथ-साथ पौष्टिक आहार मिल सके इसके लिए सरकार भारी भरकम बजट की राशि स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षकों के साथ-साथ बच्चों के लिए पौष्टिक आहार बनाने वाले रसोइयों के ऊपर खर्च करती है.
तो वहीं दूसरी ओर इन स्कूलों में पढ़नेवाले बच्चों से यहां के शिक्षक और प्रबंधन इनसे अपने काम करवाते है. ये बेहद गंभीर बात है कि स्कूल में पढ़ने के लिए आई बच्ची से मिड डे मील में काम करवाया जाता है.
वहीं मिड डे मील बनाने के दौरान एक दिव्यांग बच्ची के झुलसने की सूचना मिलने के बाद महागामा एसडीओ सौरव कुमार भुवानीया और डीएसइ मिथिला टूडू स्कूल पहुंच कर पूरे मामले की जांच की और जांच के उपरांत एक रिपोर्ट गोड्डा उपायुक्त को सौंपी है. बता दें एसडीओ और डीएसई की जांच रिपोर्ट में मासूम दिव्यांग बच्ची के साथ स्कूल में हुए घटना को अमानवीय बताया है साथ ही लौगाय मध्य विद्यालय की प्रधानाध्यापक, वहां तैनात शिक्षकों के साथ-साथ रसोईया और विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्य को दोषी पाते हुए उन पर कड़ी कार्रवाई की अनुशंसा की है.
बता दें पीड़ित छात्रा के परिजनों ने बताया कि स्कूल में मध्यान्ह भोजन बनाने के दौरान सातवीं कक्षा में पढ़ने वाली फिजा खातून को पढ़ाने के बजाय रसोइया ने खाना बनाने में सहयोग के लिए बुलाया था, इसी दौरान यह हादसा हो गया. बता दें कि परिजनों और ग्रामीणों ने स्कूल प्रबंधन पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है.