बिहार का सबसे बड़ा बालू कारोबारी रह चुका है ब्रॉडसन कंपनी, पांच जिलों में कंपनी को मिला था बालू उठाव का काम
न्यूज 11 भारत,
रांची : प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) ने सोमवार को हजारीबाग और धनबाद में एक साथ कई ठिकानों पर छापे मारे. यह छापेमारी अवैध बालू खनन से संबंधित है. बिहार के औरंगाबाद जिले में अरबों रुपए के अवैध बालू का कारोबार हुआ है, जिसकी जांच ईडी कर रही है. अबतक की जांच में ईडी को पता चला है कि बालू कारोबार से जुड़े धनबाद के जय नारायण सिंह उर्फ जगन सिंह,, रितेश कुमार शर्मा, अशोक जिंदल, सुरेंद्र जिंदल, हजारीबाग के संजय सिंह का संबंध ब्रॉडसन कमोडिटीज प्राइवेट लिमिटेड से है. यह वहीं कंपनी है जिसने बिहार के पांच जिलों (पटना, भोजपुर, रोहतास, छपरा, औरंगाबाद) में बालू उठाव का काम लिया था. इस कंपनी का संचालन डॉ अशोक कुमार, जगनारायण सिंह, मिथिलेश कुमार सिंह, अशोक जिंदल और पुंज कुमार सिंह करते थे. यह सभी कंपनी के पार्टनर थे. बताया जा रहा है कि बिहार में 1000 करोड़ से अधिक के अवैध बालू का खनन कर खुले बाजार में बेचा गया है.
ईडी को मिले दस्तावेज के अनुसार ब्रॉडसन कमोडिटीज प्राइवेट लिमिटेड से कभी सुभाष यादव भी जुड़े हुए थे. जिनका लालू परिवार से नजदीकी रिश्ता बताया जाता है. हालांकि सुभाष यादव जांच शुरू होने से पहले ही ब्रॉडसन कंपनी से अलग हो चुके है. अबतक की जांच में पता चला है कि ब्रॉडसन कंपनी ने लालू परिवार के लिए पटना में खरीदे गए चार फ्लैट का भुगतान किया है. कंपनी ने यह भुगतान अपने सहयागियों के खाते से किया है. फ्लैट की खरीदारी वर्ष 2012-13 में खरीदारी हुई थी. एक और केंद्रीय जांच एजेंसी की पड़ताल में यह बातें सामने आ चुकी है. ऐसे में माना जा रहा है कि ईडी जांच के बाद एक और केंद्रीय एजेंसी बालू के अवैध करोबार से जुड़े लोगों से पूछताछ की तैयारी में है.
धनबाद के करोबारी रितेश कुमार शर्मा के कई दस्तावेज, जमीन और फ्लैट से जुड़े डीड मिले हैं. जिसमें बालू के कारोबार से जुड़ी कंपनी ब्रॉडसन से तार जुड़े हुए है. रितेश कुमार शर्मा द्वारा अलौकिक इंफ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड, अलौकिक हाइट्स एलएलपी, अलौकिक राइस एलएलपी, अलौकिक होम्स एलएलपी, अलौकिक इंफ्रा बिल्डर एलएलपी और अलौकिक इंफ्रा नवनीरमण प्राइवेट लिमिटेड आदि कंपनी का संचालन किया जाता है. इस कंपनी में ब्रॉडसन से अलग होने के बाद मिथिलेश सिंह, पूजा सिंह आदि ने करोड़ों का निवेश किया है. इतना ही नहीं, अलौकिक कंपनी में धनबाद सहित कोलकाता और बिहार के कई कोयला, बालू कारोबारियों का पैसा लगा हुए है. ईडी को पता चला है कि अलौकिक कंपनी में कारोबारियों के अलावा कई नेता और ब्यूरोक्रेट्स के अवैध पैसे लगे हुए है. छापेमारी में ईडी इन सभी विंदुओं पर दस्तावेज खंगाल रही है.