अमित दत्ता/न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क:-बुंडू अनुमंडल क्षेत्र के तैमारा पंचायत में झारखंड सरकार की स्वास्थ्य विभाग की ओर से बनाए जा रहे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कार्य बीते पांच वर्ष से अधर पड़ा हुआ है. संवेदक अस्पताल भवन का निर्माण पूरा किये बगैर ही छोड़ कर भाग चुके हैं. इस मामले में बीते पांच वर्षों से किसी ने इसकी सुधि नहीं ली.
भवन को देखकर ऐसा लगता है कि इस भवन के निर्माण होने से आसपास के ग्रामीणों को स्वास्थ्य संबंधी सुविधा मिल पाती लेकिन ना तो इसके प्रति स्थानीय विधायक और ना ही स्थानीय संसद ही इस मामले में कोई कदम उठाए हैं और ना ही जरूरी समझा है. आज भी लोगों को इलाज के लिए 15 किमी दूर बुंडू जाना पड़ता है. भवन का निर्माण क्यों रुका या इसके पीछे क्या कारण था यह जानने की कोशिश किसी ने नहीं की. एक कहावत है ना जब सैया भये कोतवाल तो डर काहे का इसी वाक्य को चरितार्थ कर रही है यह तस्वीरें.
अब जब तमाड़ विधानसभा क्षेत्र में सरकार योजना देती है तो उसकी लूटपाट भी आम बात हो गई है. योजना लागू होने से पहले ही राशि का बंदरबांट किया जा रहा है. जिस स्थल पर यह अस्पताल बनाया जा रहा है यहां पहुंचने के लिए सकरी गलियों को पार कर जंगल के बीच जाना पड़ेगा. अस्पताल निर्माण करने वाले संवेदक के बारे स्थानीय मुखिया प्रियंका देवी को भी मालूम नहीं है.
इस मामले में अनुमंडल अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. दिलीप कुमार पासवान से पूछने पर बताया कि उनके पास भी इसकी सटीक जानकारी नहीं है और ना ही जानकारी मिल सकी है वह अस्पताल का निरीक्षण करने गए थे लेकिन गेट पर ताला लगा होने के कारण अंदर घुस नहीं सके. उन्होंने इस मामले में सिविल सर्जन रांची से मिलकर इस विषय पर चर्चा करने की बात कही है. बहरहाल आदिवासी बहुल क्षेत्र में इस अस्पताल के निर्माण से हजारों लोग लाभान्वित होते लेकिन भ्रष्टचार के भेंट चढ़ा यह अस्पताल कब पूर्ण रूपेण बनकर तैयार होगा यह बताने वाला कोई नहीं है.