न्यूज11 भारत
रांची: रांची के सभी धार्मिक स्थलों के पदधारकों और सदस्यों को शांति समिति से जोड़ा जाएगा. ताकि, शहर में कभी सांप्रदायिक तनाव की स्थिति उत्पन्न होने पर शांति बहाल करने में मदद मिले. यह निर्णय बुधवार को समाहरणालय में आयोजित केंद्रीय शांति समिति की बैठक में डीसी छवि रंजन ने लिया. बैठक में शांति समिति का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाने का सुझाव दिया गया. साथ ही शांति समिति के सदस्यों का कार्ड बनाने का निर्णय लिया गया. युवाओं के बीच कॉन्फिडेंस बिल्डिंग कार्यक्रम करने का भी निर्णय लिया गया. बैठक में सदस्यों ने बताया कि गली-मोहल्लों में बैठकों का आयोजन कर सभी वर्ग के लोगों में अमन चैन का संदेश दिया जाएगा.
बैठक की अध्यक्षता करते हुए डीसी ने कहा कि रांची गंगा-जमुनी तहजीब का ध्वजवाहक रहा है. यहां अमन चैन और शांति का माहौल हमेशा बना रहे इसके लिए आपसी सहयोग और भाईचारा के साथ कार्य करने की परम्परा को भविष्य में भी कायम रखना होगा. इस कार्य के लिए केंद्रीय शांति समिति को अहम योगदान निभाना है.
शांतिपूर्ण माहौल में अदा होगी जुमा की नमाज
बैठक के दौरान केंद्रीय शांति समिति के सदस्य, अंजुमन इस्लामिया रांची व महावीर मंडल के प्रतिनिधियों ने जिला प्रशासन को पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया. सभी ने 17 जून को होने वाले जुमे की नमाज को लेकर स्वेच्छा से कहा कि शांतिपूर्ण माहौल में नमाज अदा करवाने की जिम्मेदारी उनकी है.
अफवाहें न फैलाएं
डीसी ने रांची वासियों से अपील की है कि किसी भी प्रकार की अफवाहों को किसी भी ग्रुप में या किसी के मोबाइल नंबर पर बिल्कुल शेयर न करें. सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की अफवाहों के आने पर पुलिस पदाधिकारियों को इसकी जानकारी दें. यह सभी लोगों का दायित्व होगा कि वह किसी भी अफवाह की खबर को किसी भी हाल में फॉरवर्ड न करें. वहीं, एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने केंद्रीय शांति समिति के सदस्यों को भरोसा दिलाया कि 10 जून की उपद्रव की घटना में किसी भी निर्दोष व्यक्ति को सजा नहीं दी जाएगी और न हीं किसी दोषी को बख्शा जाएगा.