न्यूज11 भारत
रांची: झारखंड पुलिस और NIA की ओर से 30 लाख रुपये का इनामी कुख्यात नक्सली दिनेश गोप को कड़ी सुरक्षा के बीच एनआईए की टीम रांची लेकर पहुंच चुकी है. दिनेश गोप को नेपाल से दिल्ली गया. उसे दिल्ली से ट्रांजिट रिमांड पर उसे रांची ले आया गया है. यहां से उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा. नियमित रिमांड पर लेकर झारखंड पुलिस और NIA अलग-अलग पूछताछ करेगी.
दावा किया जा रहा है कि दिनेश गोप नेपाल में भी किसी एक स्थान से अपनी गतिविधियों का संचालन नहीं कर रहा था, उसके द्वारा बार-बार अपने ठिकाने बदले जा रहे थें, लेकिन NIA की टीम लगातार उसका पीछा कर रही थी, और आखिरकार NIA की टीम उस तक पहुंचने में कामयाब रही. जिसके बाद अब वह उसे लेकर रांची पहुंच चुकी है, अब एनआईए की कोशिश उन चेहरों से पर्दा उठाने की है, जिनके द्वारा झारखंड में नक्सलियों को आर्थिक और हथियारों की मदद की जाती रही है, माना जाता है कि इस पूछताछ के बाद कई चेहरे सामने आ सकते हैं.
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नोटबंदी के समय NIA ने दर्ज किया था केस
झारखंड में खूंटी जिले के दिनेश गोप उर्फ कुलदीप यादव उर्फ बडकू के खिलाफ पहले NIA ने नोटबंदी की गई रुपये की बरामदगी से संबंधित मामले (आरसी-02/2018/एनआईए/डीएलआई) में चार्जशीट किया था. पीएलएफआई के कार्यकर्ताओं से 25.38 लाख रु. उक्त मामले में वह फरार था, पीएलएफआई के खिलाफ एनआईए रांची शाखा द्वारा जांच किए जा रहे दो मामलों में से एक था.
NIA की जांच के अनुसार, आरोपी दिनेश गोप के खिलाफ झारखंड, बिहार और ओडिशा राज्यों में 102 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें से अधिकांश मामले हत्या, अपहरण, धमकी, जबरन वसूली और पीएलएफआई के लिए धन जुटाने से संबंधित हैं, जो झारखंड में 2007 में गठित एक उग्रवादी माओवादी संगठन है और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-माओवादी (सीपीआई-माओवादी) का एक अलग समूह भी है.