राँची: राँची के सांसद श्री संजय सेठ ने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की. मुलाकात के दौरान श्री सेठ ने प्रधानमंत्री को राँची में विकास को नई गति प्रदान करने के लिए एक आग्रह पत्र भी सौंपा. इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री को प्रगति 2020-21 की प्रति भी सौंपी. प्रधानमंत्री से मुलाकात के दौरान श्री सेठ ने उनसे कहा कि आपकी प्रेरणा एवं मार्गदर्शन से राँची लोकसभा क्षेत्र विकास की यात्रा में देश के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहा है.
पुनरुद्धार की है आवश्यकता
राँची के विकास को और भी गति प्रदान की जा सके, इसके लिए राँची में जन सुविधाओं में विस्तार की आवश्यक्ता है. प्रधानमंत्री को दिए आग्रह पत्र में श्री सेठ ने कहा कि हैवी इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन (HEC) राँची की लाइफ लाइन है. इस पर राँची व आसपास के 50 हजार से अधिक परिवारों की निर्भरता है. 60 के दशक में स्थापित यह संस्थान इन दिनों बहुत बुरे दौर से गुजर रहा है. इसके पुनरुद्धार की आवश्यकता है ताकि झारखण्ड व देश का गौरव HEC अपना गौरव पुनः हासिल कर सके. इस मामले में उन्होंने प्रधानमंत्री से एचईसी के पुनरुद्धार के लिए ठोस कदम उठाए जाने का आग्रह किया.
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रांची में एम्स की है जरुरत
वहीं उन्होंने राँची में रिम्स के अतिरिक्त एम्स की माँग करते हुए सांसद ने कहा कि राँची झारखण्ड की राजधानी है. चिकित्सकीय आवश्यकताओं/उपचार के लिए यहाँ झारखण्ड ही नहीं बल्कि बिहार, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, उड़ीसा आदि स्थानों से भी नागरिक आते हैं. सरकारी उपचार की व्यवस्था के नाम पर यहाँ एकमात्र राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (RIMS) है. बढ़ती आबादी को देखते हुए राँची में AIMS की आवश्यकता महसूस हो रही है ताकि यहाँ और बेहतर चिकित्सकीय संसाधन व उपचार की व्यवस्था उपलब्ध हो सके.
यातायात व्यवस्था दुरुस्त के लिए मोनो रेल की है जरुरत
इसपर पहल किए जाने का आग्रह किया. राँची में बढ़ती आबादी और ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात पाने के लिए सांसद ने मोनो रेल की माँग की. उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में राँची की आबादी 36 लाख के आसपास है. जनसंख्या के बढ़ते दबाव के कारण राँची में यातायात व्यवस्था बहुत ही जटिल हो चुकी है. यहाँ यातायात व्यवस्था सुगम हो, इसके लिए मोनो रेल के परिचालन की आवश्यकता है. मोनो रेल के परिचालन से यहाँ के नागरिकों को सुगम यातायात की व्यवस्था उपलब्ध हो सकेगी. श्री सेठ ने बताया कि मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री जी ने हर बात को गंभीरता से सुना और झारखण्ड की स्थिति पर भी चर्चा करते हुए, विस्तृत जानकारी ली.