न्यूज11 भारत
रांची/डेस्कः कुड़मी समाज ने कल यानी 20 सितंबर को झारखंड सहित ओडिशा और पश्चिम बंगाल में अनिश्चितकालीन रेल रोको आंदोलन का ऐलान किया है. समाज के इस आंदोलन को देखते हुए रेलवे ने रांची जंक्शन से खुलने वाली 10 ट्रेनों को आज के दिन रद्द कर दिया है. इसके साथ ही रेलवे ने 8 ट्रेनों के मार्गों पर बदलवा किए है. बता दें, समाज कुड़मी जाति को ST (अनुसूचित जनजाति) सूची साथ ही कुड़माली भाषा को संविधान की 8वीं अनुसूचि में शामिल करने की अपनी मांग सरकार से रखी है.
रेलवे परिचालन पर पड़ेगा बड़ा असर
बता दें, कुड़मी समाज के रेल रोको आंदोलन के मद्देनजर रेलवे की तरफ से कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है जो ट्रेनें लंबी दूरी तय करने वाली है. इसमें जमशेदपुर के टाटानगर से चलने वाली कुल 27 ट्रेन, धनबाद-गोमो से 8 ट्रेनों को आज और कल यानी 19 -20 सितंबर के लिए रद्द किया गया है. वहीं राजधानी रांची से कुल 10 ट्रेनों को रेलने ने रद्द किया है. कुड़मी समाज की तरफ से राज्य के जिन-जिन रेल भागों में रेल रेल रोको आंदोलन किए जाएंगे उन जगहों पर यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. क्योंकि आज और कल रेल सेवा प्रभावित रहेगा.
एसटी का दर्जा देने की मांग कर रहा समाज
इधर, अपनी मांगों को लेकर कुड़मी विकास मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष ने दावा करते हुए कहा है कि सरकार हमारी मांग को टालने का काम कर रही है इसलिए इसबार आर-पार की लड़ाई होगी. उन्होंने कहा कि राज्य के मुरी, नीमडीह, गोमो और घाघरा रेलवे स्टेशन साथ ही ओडिशा के हरिचंदनपुर, धनपुर और जराइकेला रेलवे स्टेशन और पश्चिम बंगाल के खेमासुली, कुस्तौर रेलवे स्टेशन पर बुधवार (20 सितंबर) से अनिश्चितकालीन रेल रोको आंदोलन समाज की तरफ से किया जाएगा. इस दौरान काफी संख्या में समाज के लोग अपनी पारंपरिक वेशभूषा के साथ शामिल होंगे.
कुड़मी विकास मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष ने केंद्रीय जनजाति मंत्री अर्जुन मुंडा पर धोखा देने का बड़ा आरोप लगाया है उन्होंने कहा कि जब वे राज्य के मुख्यमंत्री थे समाज ने उनके कार्यकाल में कुड़मी जाति को ST (अनुसूचित जनजाति) में शामिल करने का अपना प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा था लेकिन जब अब वे खुद एक जनजाति मंत्री है तो कुछ भी नहीं कर रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि देशभर की करीब 16 जातियों को ST (अनुसूचित जनजाति) की सूची में कर दिया गया है जिनका कभी जनजातीय इतिहास रहा ही नहीं है. उन्होंने कहा कि मंत्री पक्षपात कर रहे हैं.
जानें कौन-कौन सी ट्रेनें है रद्द
रक्सौल-सिकंदराबाद एक्सप्रेस, सिकंदराबाद-दरभंगा एक्सप्रेस, भुवनेश्वर-धनबाद एक्सप्रेस, आनंदविहार-पुरी एक्सप्रेस, गोरखपुर-हटिया एक्सप्रेस, भागलपुर-रांची एक्सप्रेस, हावड़ा-हटिया एक्सप्रेस, हटिया-हावड़ा एक्सप्रेस, कामाख्या-रांची एक्सप्रेस.
इन ट्रेनों ने मार्ग में हुआ हैं बदलाव
नई दिल्ली-रांची गरीबरथ, नई दिल्ली-भुवनेश्वर एक्सप्रेस, आनंदविहार-हटिया एक्सप्रेस, जम्मू तवी-संबलपुर एक्सप्रेस, इस्लामपुर-हटिया एक्सप्रेस, बनारस-रांची एक्सप्रेस, अल्लापुझा-धनबाद एक्सप्रेस, धनबाद-अल्लापुझा एक्सप्रेस.
आपको बता दें, कुड़मी समाज ओबीसी श्रेणी में आते हैं और वे पिछले कई सालों से केंद्र से मांग कर रहे है कि उन्हें ST (अनुसूचित जनजाति) का दर्जा दिया जाए. अपनी इन मांगों को लेकर समाज का यह तीसरा रेल रोको आंदलोन है. इससे पहले साल 2022 के 20 सितंबर और 2023 के 5 अप्रैल को रेल रोकों आंदोलन किया जा चुका है.