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रांची/डेस्कः चुनाव के तारीखों के ऐलान होने के साथ ही झारखंड की सभी राजनीतिक पार्टियां चुनाव की तैयारियों में जुटी है बीजेपी ने लोकसभा चुनाव को लेकर अपने 11 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है जबकि महागठबंधन पार्टी कांग्रेस और जेएमएम ने अबतक अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान नहीं किया है हालांकि कांग्रेस का कहना है चुनाव के लिए 7 कांग्रेस, 5 जेएमएम, 1 राजद, 1 लेफ्ट फार्मूला तय हो चुका है. इसी गिरिडीह में भी अब राजनीतिक पारा चढ़ने लगा है. दरअसल, झारखंडी भाषा की आंदोलन की उपज कहे जाने वाले जयराम महतो इस वक्त एक ऐसे लोकसभा चुनाव के प्रत्याशी है जो गिरिडीह लोकसभा सीट से चुनावी दंगल में उतर गए है.
उनकी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी BJP भी नजरअंदाज नहीं कर रही
16 मार्च 2024 को एक मीडिया एजेंसी से बात करते हुए जयराम महतो ने कहा कि उनकी पार्टी अपने दम पर झारखंड की 5 लोकसभा सीटों पर चुनावी दंगल में उतरेगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इलेक्शन के बाद किसी दूसरे अन्य पार्टी से करार या गठबंधन का फैसला उस वक्त की परिस्थिति के अनुसार और आम पब्लिक की जनकारी जनता की सहमत से लिया जाएगा. शनिवार (16 मार्च) को जयराम महतो कोर्ट में एक पेशी मामले के लिए गिरिडीह कोर्ट आए हुए थे. वहीं कोर्ट से निकलने के बाद उन्होंने कहा कि झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति का दावा गिरिडीह में सबसे मजबूत है.
उन्होंने कहा कि जेबीकेएसएस को जिला स्थित गोमिया, तोपचांची समेत कई प्रखंडों में लोगों का काफी समर्थन मिल रहा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी जैसी नेशनल पार्टी भी उनकी दावेदारी को नजरअंदाज नहीं कर रही है. वजह यहीं है अबतक उस पार्टी ने भी इस लोकसभा क्षेत्र से अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है. जयराम महतो ने कहा कि उनकी पार्टी अकेले अपने दम पर हजारीबाग, रांची, कोडरमा, गिरिडीह और धनबाद सीट से चुनाव लड़ेगी. जयराम महतो ने यह भी कहा कि दुमका लोकसभा सीट (Dumka Lok Sabha Seat) को लेकर भी पार्टी में मंथन चल रहा है. रणनीति स्वतंत्र पहचान बनाने की है जिससे भविष्य में उनपर लोग विश्वास करें. वहीं गठबंधन को लेकर पूछे गए सवाल जयराम महतो ने कहा कि पार्टियां निर्जीव होती है जिन्हें नेता जीवंत बनाते है.