न्यूज11 भारत
रांचीः 74वां गणतंत्र दिवस के अवसर पर कर्तव्य पथ पर भव्य रूप से समारोह का आयोजन किया गया. इस अवसर पर देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 21 तोपों की सलामी के साथ परेड को सलामी दी. उन्होंने परंपरा के अनुसार, राष्ट्रीय ध्वज फहराया. गणतंत्र दिवस के इस समारोह में मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी बतौर मुख्य अतिथि के रुप में शामिल हुए. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पीएम नरेंद्र मोदी ने मिस्र के राष्ट्रपति का स्वागत किया.
स्वदेशी ताकत की दिखी झलक
कर्तव्य पथ पर 74वां गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) के मौके पर देश के सेनाओं की टुकडियों ने परेड मार्च निकाली. जिसमें स्वदेशी सैन्य पराक्रम और नारी शक्ति की ताकतें दिखीं. आकाश में प्रचंड और राफेल समेत 50 विमानों ने अपने उड़ान द्वारा सीमाओं से परे भारतीय वायु सेना की शक्ति प्रदर्शित की. यह नजारा हर भारतीय नागरिक का सीना गर्व से चौड़ा करने वाला दिखा.
भारतीय सेनाओं के 50 विमानों का फ्लाई मार्च
समारोह में कुल 90 मिनट की परेड निकाली गई जिसमें देश के अलग-अलग राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की तरफ से कुल 23 झांकियों की झलक दिखाई गई. इन झांकियों में मंत्रालयों और विभागों की की कुल 9 झांकियां शामिल रहीं. उत्तर प्रदेश की झांकी में अयोध्या के राम मंदिर की झलक दिखी. वहीं, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की झांकी में 'नारी शक्ति' और गृह मंत्रालय की ओर से 'नशा मुक्त भारत' की झांकी निकाली गई. इसके अलावा आखिरी में भारतीय सेनाओं के 50 विमानों ने फ्लाई मार्च किया.
8 साल बाद कर्तव्य पथ पर दिखीं झारखंड की झांकी
कर्तव्य पथ पर आयोजित 74वां गणतंत्र दिवस समारोह में इस बार झारखंड की झांकी को भी शामिल किया गया. झांकी में देवनगरी देवघर के बाबा बैद्यनाथ मंदिर को प्रदर्शित की गई. इसमें कांवड़ लेकर बाबा मंदिर जाते कांवरियों की झलक दिखी. बता दें, इस गणतंत्र दिवस के करीब 8 साल पहले झारखंड की झांकी को राजपथ (जो अब कर्तव्यपथ के नाम से जाना जाता है) में शामिल किया गया था. झांकी के साथ झारखंडी कलाकारों ने पाइका नृत्य कर लोगों का मन मोहा. सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की तरफ से देवघर के बाबा मंदिर और भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा से सुसज्जित झांकी को लोगों ने काफी सराहा.