न्यूज 11 भारत
रांची: प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के द्वारा शिलान्यास किये गये नार्थ कर्णपुरा सुपर थर्मल पावर प्लांट से झारखंड को अब 150 मेगावाट बिजली मिलेगी. एक फरवरी से ईकाई के पहली यूनिट से 660 मेगावाट का नियमित उत्पादन शुरू हो जायेगा. इसका ट्रायल रन सफलतापूर्वक दो बार पूरा कर लिया गया है.
चतरा जिले के चंदवा में नेशनल थर्मल पावर कारपोरेशन (एनटीपीसी) का 1980 मेगावाट का प्लांट बनाया जा रहा है. पहला चरण पूरी तरह तैयार हो गयी है.अब झारखंड विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) के साथ हुए समझौते के अनुरूप एक फरवरी से अतिरिक्त बिजली राज्य को मिलने लगेगी. पावर पर्चेज एग्रीमेंट के तहत जेबीवीएनएल को 500 मेगावाट बिजली मिलनी है. 2012-13 में बिहार और झारखंड सरकार के साथ एनटीपीसी ने समझौता किया था.
नॉर्थ कर्णपुरा पावर प्लांट से मिलने वाली बिजली सस्ती होगी. 3.50 रुपये प्रति यूनिट की दर से झारखंड को बिजली मिलेगी. जेबीवीएनएल को संकट और गर्मी के दिनों में नीलामी के आधार पर इंडियन एनर्जी पावर एक्सचेंज से 12 रुपये प्रति यूनिट तक बिजली खरीदना पड़ता है. 2024 दिसंबर तक 800 मेगावाट बिजली पतरातू से भी मिलने की संभावना है. ऐसे में बिजली क्षेत्र में झारखंड आत्मनिर्भर होने के मार्ग पर प्रशस्त हो सकता है.