न्यूज11 भारत
रांची: वीडीयो क्लिप के जारी होने से मचे सियासी बवंडर के बीच सीएम के पूर्व प्रधान सचिव तथा पूर्व गृह सचिव राजीव अरुण एक्का के खिलाफ लगाये गये तमाम आरोपों की जांच के लिए हेमंत सोरेन ने एक सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया है. बता दें झारखंड हाइकोर्ट के सेवानिवृत्त मुख्य न्यायाधीश विनोद कुमार गुप्ता को अरून एक्का मामलें में जांच की जवाबदेही दी गयी है. इसे लेकर कार्मिक विभाग द्वारा आदेश जारी कर दिया गया है.
मालूम हो कि विभागीय आदेश में लिखा गया है कि पिछले दिनों एक वीडियो क्लिप सामने आया था, जिसमें राजीव अरुण एक्का, आइएएस को कथित रूप से एक निजी स्थान पर कुछ आधिकारिक दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करते हुए दिखाया गया है. उपरोक्त वीडियो क्लिप से महत्वपूर्ण पदों पर आसीन एक लोक सेवक द्वारा आधिकारिक पद के दुरुपयोग के आरोपों को जन्म दिया है.
आगे इस आदेश पत्र में कार्मिक विभाग द्वारा लिखा गया है कि राज्य सरकार इस मुद्दे को सार्वजनिक महत्व का मानती है, जिसके लिए एक संपूर्ण, स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की आवश्यकता है. इस कारण वह जांच आयोग अधिनियम, 1952 की धारा-3 के तहत निहित शक्तियों का प्रयोग करना उचित समझती है.
इसके अलावे इस पत्र में उल्लेख है कि झारखंड सरकार ने जांच आयोग अधिनियम, 1952 की धारा-3 के तहत शक्तियों का प्रयोग करते हुए झारखंड हाइकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश विनोद कुमार गुप्ता (अब सेवानिवृत्त) को इस मामले से संबंधित मुद्दों और आरोपों के बारे में जांच करने के उद्देश्य से एक सदस्यीय जांच आयोग के रूप में उन्हें नियुक्त किया जाता है.
साथ ही आदे पत्र में कहा गया है कि इस अधिसूचना के जारी होने की तारीख से छह माह के भीतर जांच पूरी की जायेगी और जांच आयोग से सरकार को अन्य बातों के साथ अपने निष्कर्षों और सिफारिशोंवाली एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आग्रह किया गया है. बतातें चलें कि इस आदेश को सक्षम प्राधिकार से अनुमति के बाद कार्मिक विभाग के अवर सचिव विनोद ने जारी किया है.
मालूम हो कि पिछले दिनों भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने एक वीडियो क्लिप जारी कर आरोप लगाया था कि राजीव अरुण एक्का महत्वपूर्ण फाइलों को विशाल चौधरी के अरगोड़ा स्थित कार्यालय में उनकी अनुमति से निबटाते थे. साथ ही उन्होंने इसमें बड़ा खेल होने का आरोप लगाया था. इस वीडियो क्लिप में एक्का किसी कागज पर दस्तखत करते हुए नजर आ रहे थे. उनके सामने एक महिला खड़ी थी.