न्यूज11 भारत
रांची: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने झारखंड में अपनी कार्रवाई में तेजी लाई है. एक के बाद एक छापेमारी से एक ओर जहां दागी अफसरों की नींद उढ़ी हुई है तो वहीं एक एक कर सफेद चेहरों से नकाब भी उतर रहा है.
बता दें कोल लिंकेज मामले में ईडी शुक्रवार की सुबह से झारखंड के कई जिलों में सघन छापेमारी कर रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक राजधानी रांची सहित रामगढ़ और हजारीबाग में भी ईडी की अलग-अलग टीम की छापेमारी चल रही है. मालूम हो कि ED ने जेएसएमडीसी के पूर्व प्रोजेक्ट मैनेजर अशोक कुमार सिंह के अलग-अलग ठिकानों पर छापा मारा है.
अशोक सिंह की नियुक्ति जेएसएमडीसी में कॉट्रेक्ट पर की गयी थी. बताया जाता है कि इन्हें निलंबित आईएएस पूजा सिंघल का संरक्षण प्राप्त था. वहीं पूजा सिंघल भी जमानत पर बाहर है. पिछले दिनों 1 मार्च को झारखंड के चर्चित मनी लॉन्ड्रिंग केस की आरोपी निलंबित IAS पूजा सिंघल ने रांची ईडी कोर्ट में आज सशरीर उपस्थित हुई थी.
अपनी पेशी के दौरान पूजा ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से ईडी कोर्ट से आग्रह किया कि चार्जफ्रेम से पहले डिस्चार्ज फाइल करने के लिए उन्हे एक सप्ताह का समय दिया जाए. पूजा के वकील ने ईडी कोर्ट के समक्ष ये बात रखी. परंतु कोर्ट ने उनके आग्रह को न मानते हुए गुरुवार को ही डिस्चार्ज फाइल करने का निर्देश दिया है.
मालूम हो कि आईएएस पूजा सिंघल पर आरोप है कि उन्होने अपने पद और शक्ति का दुरूपयोग कर खूंटी मनरेगा घोटाला के जरिए करोड़ों की संपति अर्जित किए. साथ ही घोटाला के जरिये कमाए हुए पैसों को कई जगहों पर निवेश भी किया है.