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रांची: दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले के झारखंड पवेलियन में बुधवार को झारखंड राज्य दिवस का आयोजन हुआ. प्रकृति के गर्भ में बसा और अपनी आदिवासी संस्कृति के लिए पहचाने जाने वाले झारखंड की सामाजिक परिवेश, रहन-सहन, लोक संस्कृति की झलक इसमें आयोजन में देखने को मिली. प्रगति मैदान के एम्फी थियेटर में प्रभात कुमार महतो द्वारा छऊ नृत्य, अशोक कच्छप द्वारा पाइका नृत्य, झिंगगा भगत मनोरंजन कला संगम द्वारा ओरॉन नृत्य, आरआर मेहता द्वारा मुंदरी नृत्य, झिंगगा भगत द्वारा नागपुरी नृत्य और बबीता मुर्मू द्वारा संथाली नृत्य प्रस्तुत किया गया. इससे पूर्व झारखंड के पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने पवेलियन में भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धा सुमन अर्पित किया. स्टॉलों का अवलोकन किया, खरीदारी भी की. उन्होंने कहा कि ट्रेड फेयर राज्य में होने वाले विकास को प्रदर्शित करने का अच्छा मंच है. वहीं, यह भी कहा कि प्रदेश के उद्योग विभाग की नई औद्योगिक नीति सूक्ष्म, लघु और भारी उद्योगों के लिए मील का पत्थर साबित होने वाली है.
40 प्रतिशत खनिज संपदा झारखंड में है
झारखंड भगवान बिरसा मुंडा, सिद्धो- कान्हू सहित अन्य वीर सपूतों की भूमि है. यह राज्य संस्कृति, पर्यटन, कला, खनिज सभी रूप से परिपूर्ण है. मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि देश की कुल खनिज संपदा का 40% भाग झारखंड में है. जिसमे लोहा, सोना, अभ्रक,यूरेनियम आदि प्रचुर मात्रा में है. हमारे पास तीर्थ स्थलों में बाबा वैद्यनाथ, रजरप्पा मंदिर, इटखोरी मंदिर, मलूटी के मंदिर आदि है. पर्यटन के दृष्टिकोण से हमारे प्रदेश में असीम सम्भावनाएं है. बेतला नेशनल पार्क, नेतरहाट, हजारीबाग आदि पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहते हैं. वहीं, खेल के क्षेत्र में भी झारखंड काफी प्रगति कर रहा. महेंद्र सिंह धौनी, दीपिका कुमारी, निक्की प्रधान और सालिमा टेटे आने वाली पीढ़ी के लिए उदाहरण हैं.
रूरल इंडस्ट्रियल पॉलिसी बनाई गई
उद्योग विभाग तथा खान एवं भूतत्व विभाग की सचिव पूजा सिंघल ने कहा की प्रदेश के उद्योग विभाग ने उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए नई औद्योगिक निति का निर्माण किया है. जिससे सभी उद्योगों को प्रोत्साहन मिलेगा. इस नीति में हमारे मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों के विकास के लिए खासतौर पर रूरल इंडस्ट्रियल पॉलिसी बनाई है. जिससे ग्रामीण क्षेत्रो में रहने वाले लोगों को उद्योग स्थापित करने में सुगमता रहे. पर्यटन विभाग उसको और सार्थक बनाने के लिए ईको टूरिज्म, रूरल टूरिज्म, एडवेंचर टूरिज्म आदि चला रहा है. भारत सरकार द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में झारखण्ड फोकस स्टेट है. हमने यहां अपने प्रदेश की संस्कृति, लोककला और उत्पादों को प्रदर्शित किया है.