रांची: डॉ श्यामा प्रसाद विश्वविद्यालय में अब बीपीएड और मास्टर इन एजुकेशन की पढ़ाई शुरू होगी. बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की बैठक में एक बड़ा फैसला लिया गया है. डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय में बोर्ड ऑफ गवर्नर की बैठक कुलपति डॉ सतनारायण मुंडा की अध्यक्षता में आयोजित की गई. इसमें विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ नमिता सिंह और पूर्व कुलपति डॉक्टर यूसी मेहता सहित बोर्ड के सभी मेंबर मौजूद थे.
आपको बताते चलें कि रांची कॉलेज को अपग्रेड कर डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय बनाया गया है. इस नए विश्वविद्यालय के विकास के लिए नए नए भवन बनाए जा रहे हैं. जिसमें एकेडमिक बिल्डिंग, एग्जामिनेशन बिल्डिंग और लाइब्रेरी भवन बनाया जाएगा. इस बोर्ड की बैठक में 9 करोड़ 83 लाख रुपए की स्वीकृति प्रदान की गई है. जिससे नए भवनों में फर्नीचर और नए संसाधन लगाए जाएंगे.
रूसा के तहत्त विश्वविद्यालय को किया जा रहा है अपग्रेड
रूसा के तहत विश्वविद्यालय को अपग्रेड किया जा रहा है. डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ सत्यनारायण मुंडा ने बताया बोर्ड की बैठक में संसाधनों के लिए स्वीकृति दी गई. इसके साथ साथ कई नए विभागों में पद सृजन की स्वीकृति भी प्रदान की गई है. विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ नमीतासिंह ने कहा की बोर्ड की बैठक में विश्वविद्यालय के प्रगति को लेकर कई निर्णय लिए गए हैं. इसमें बजट की स्वीकृति प्रदान की गई है. अब डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय में नौ अन्य विभाग खुले हैं.
अब बीपीएड और मास्टर इन एजुकेशन की भी होगी पढाई
इसके साथ साथ कई नए विषयों की पढ़ाई होगी जिसमें बीपीएड मास्टर इन एजुकेशन की पढ़ाई शुरू होगी. इस नए विषयों के पढ़ाई शुरू होने से विद्यार्थियों को काफी फायदा मिलेगा. बोर्ड की बैठक में शिक्षाविद डॉक्टर करमा उरांव ने कहा यह उत्क्रमित विश्वविद्यालय है. अब आने वाले समय में इसकी एक अलग पहचान होगी. डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के पहले प्रभारी कुलपति डॉक्टर यूसी मेहता भी इस बैठक में शामिल थे. डॉ मेहता ने बताया 9 करोड़ 84 लाख रुपए की बैठक में स्वीकृत किए गए हैं. अब विश्वविद्यालय में पठन-पाठन को लेकर किसी भी तरह की परेशानी नहीं होगी क्योंकि इन भवनों में लाइब्रेरी हाईटेक होगी