राँची: विधानसभा से झारखंड खुला विश्वविद्यालय विधेयक 2021 समेत चार विधेयक सदन से गुरुवार को पास हो गया. सबसे पहले झारखंड खुला विश्वविद्यालय विधेयक 2021 को प्रभारी मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने सदन में रखा. जिस पर विधायक विनोद सिंह ने इसे प्रवर समिति को सौंपने की मांग की . कहा कि इसमें कई ऐसे बिंदु हैं जो हो-हंगामे के बीच चर्चा नहीं हो सकेगा, इसलिए इसे प्रवर समिति को सौंपा जाए. इस पर प्रभारी मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि यह विश्वविद्यालय राज्य के लिए बहुत जरूरी है. इस विश्वविद्यालय के जरिए झारखंड सहित विभिन्न राज्यों के हजारों छात्र-छात्राएं इस में पढ़ते हैं . झारखंड के गरीब आदिवासी पिछड़े और अल्पसंख्यक छात्रों के लिए यह भी विश्वविद्यालय बहुत जरूरी है. इसीलिए इसे स्वीकृत किया जाए.
सदन में पंचायती राज्य संशोधन विधयेक 2021 को सदन में रखा गया प्रभारी मंत्री आलमगीर आलम ने इसे सदन में रखा. जिसे सदन ने स्वीकृत कर दिया . इसके बाद वित्त विभाग का झारखंड राजकोषीय उत्तरदायित्व एवं बजट प्रबंधन विधेयक 2021 को प्रभारी मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने इसे सदन में रखा. इसे भी स्वीकृत कर लिया गया.
इसके बाद प्रभारी मंत्री हाफिज उल हसन ने झारखंड वित्त विधेयक 2021 को सदन में रखा. जिस पर विधायक विनोद सिंह ने इसे प्रवर समिति को सौंपने का मांग किया. उन्होंने कहा कि यह काफी महत्वपूर्ण विधेयक है. इसलिए हो हंगामे के बीच सदन में चर्चा नहीं हो सकता है. बाद में इसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ेगा. इसमें पेंशन सहित कई ऐसे मामले हैं.जो सीधे जनता से जुड़ा हुआ है. इसलिए इसे प्रवर समिति को सौंपा जाए जो अपनी रिपोर्ट 30 दिन के अंदर देगी. इस पर प्रभारी मंत्री हफीजुल हसन ने कहा कि ऐसी व्यवस्था पड़ोसी राज्य में की गई है. कोरोना के कारण राज्य को आर्थिक क्षति हुई है. इसलिए इसे स्वीकृत किया जाए. इससे झारखंड राज्य को 200 करोड़ रुपए के राजस्व की वृद्धि होगी . इसके बाद यह विधायक भी सदन से पारित हो गया.