न्यूज11 भारत
Constitution Day 2021 : हर साल 26 नवंबर का दिन बेहद खास होता है. हर साल 26 नवंबर का दिन देश में संविधान दिवस के तौर पर मनाया जाता है. 26 नवंबर को राष्ट्रीय कानून दिवस के रूप में भी जाना जाता है. आज के दिन ही देश की संविधान सभा ने मौजूदा संविधान को विधिवत रूप से अपनाया था. यह संविधान ही है जो हमें एक आजाद देश का आजाद नागरिक की भावना का एहसास कराता है. जहां संविधान के दिए मौलिक अधिकार हमारी ढाल बनकर हमें हमारा हक दिलाते हैं, वहीं इसमें दिए मौलिक कर्तव्य में हमें हमारी जिम्मेदारियां भी याद दिलाते हैं. 26 नवंबर, 1949 को ही देश की संविधान सभा ने वर्तमान संविधान को विधिवत रूप से अपनाया था. हालांकि इसे 26 जनवरी, 1950 को लागू किया गया था.
संविधान दिवस का महत्व
संविधान दिवस के अवसर पर हमें न सिर्फ स्वतंत्र भारत का नागरिक होने की अहसास होता है बल्कि संविधान में उल्लिखित मौलिक अधिकारों से हमें अपना हक मिलता है और साथ ही लिखित मूल कर्तव्यों से हमें नागरिक के तौर पर अपनी जिम्मेदारियों की भी याद दिलाता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया ट्वीट
संविधान दिवस 2021 के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा, “कोई भी संविधान चाहे वह कितना ही सुंदर, सुव्यवस्थित और सुदृढ़ क्यों न बनाया गया हो, यदि उसे चलाने वाले देश के सच्चे, निस्पृह, निस्वार्थ सेवक न हों तो संविधान कुछ नहीं कर सकता। डॉ. राजेंद्र प्रसाद की यह भावना पथ-प्रदर्शक की तरह है.” इसके साथ ही पीएम मोदी ने पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद द्वारा हस्ताक्षरित संविधान पत्र को भी साझा किया.
संसद के सेंट्रल हॉल में संविधान दिवस का कार्यक्रम
बता दें कि संसद के सेंट्रल हॉल में संविधान दिवस का कार्यक्रम आयोजन किया गया है. हालांकि, कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी पार्टियों ने इसका बायकॉट करने का ऐलान किया है. कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी संविधान का पालन नहीं कर रही है, इस कारण उन्होंने इस कार्यक्रम से दूर रहने का फैसला किया है. कुल मिलाकर विपक्ष इस कार्यक्रम में हिस्सा न लेकर मोदी सरकार के खिलाफ विरोध करेगा.