भरत मंडल / न्यूज़ 11 भारत,
गांडेय/ डेस्क: गांडेय थाना क्षेत्र के करीबांक पंचायत के कैराडाबर गांव में रविवार की दोपहर को जल - नल योजना का बोर्ड लगाने पहुंचे संवेदक के कर्मियों को ग्रामीणों का भारी विरोध झेलना पड़ा. ग्रामीणों ने संयुक्त रूप से विरोध करके कर्मियों को बोर्ड लगाने नहीं दिया. ग्रामीणों को कहना था कि सबसे पहले पूरे पंचायत में जल - नल योजना में हुई अनियमितता को सुधारा जाए सभी बोरिंग पॉइंट से पाइप को जोड़कर घर - घर नल का पानी पहुंचाया जाए उसके बाद बोर्ड से बोर्ड लगाने दिया जाएगा. ग्रामीणों के विरोध को देखते एजेंसी का कर्मी मत्युजय यादव गांव से भाग खड़ा हुआ जबकि बोर्ड लेकर पहुंचे मजदूर और वाहन चालक भी कुछ देर के बाद बिना बोर्ड लगाए गांव से वापस चले गए .
जानकारी के अनुसार रविवार को पंचायत के उप मुखिया टुनटुन रवानी, सुरेश वर्मा, सुरेश रवानी, प्रदीप वर्मा, चंन्दर यादव सहित अन्य लोग पंचायत का भ्रमण कर रहे थे इसी क्रम में जल - नल योजना का बोर्ड लगाने एजेंसी के कर्मी मत्युजय यादव अन्य मजदूरों को लेकर पहुंचा. उप मुखिया सहित अन्य लोगों की नजर पड़ने पर सभी लोगों ने बोर्ड लगाने का विरोध किया. उप मुखिया सहित पंचायत के संक्रिय कार्यकर्ताओं को देखकर कैराडाबर, ओझाडीह, शीतला गांव के लगभग 100 ग्रामीण एकत्रित हुए और सभी लोगों ने बोर्ड लगाने का विरोध किया जिसके बाद एजेंसी के कर्मी और मजदूरों को वापस लौटना पड़ा.
ग्रामीणों ने संयुक्त रूप से कहा कि करीबांक पंचायत के मंडरो, असहना, ओझाडीह, करीबांक, लालपुर, शीतला, कैराडाबर, महेशपुर, गोविन्दाडीह, परहेता, चिरुडीह, भलुआ गांव के विभिन्न मोहल्ला में जल - नल योजना के तहत लगभग 70 जगह बोरिंग किया गया है. परंतु संवेदक की लापरवाही के कारण किसी भी बोरिंग पॉइंट से ग्रामीणों के घर तक पानी नहीं पहुंच रहा है. किसी जगह जलमीनार को खड़ा नहीं किया गया है, कही छोटा जल मीनार लगा दिया गया है, कही पाइप को टंकी से नहीं जोड़ा गया है. संवेदक की लापरवाही के कारण पूरे पंचायत के किसी भी गांव में जल - नल योजना के तहत किसी भी घर में पानी नहीं पहुंच रहा है .
बता दें कि संवेदक ने प्रखंड के झरघंट्टा और करीबांक पंचायत के विभिन्न गांवों में हुए बोरिंग पॉइंट में बोर्ड लगाने लगभग 110 बोर्ड लेकर पहुंचे थे. करीबांक पंचायत के बोर्ड में पंचायत की मुखिया संगीता सोरेन के जगह उनके पति राम प्रसाद सोरेन लिखा हुआ था ग्रामीणों ने बोर्ड में नाम सुधारने की भी बात कही.
ग्रामीणों ने संयुक्त रूप से कहा कि करीबांक पंचायत में जल - नल योजना में भारी अनियमितता बरती गई है. संवेदक बोर्ड लगाने के बाद कार्य पूर्ण बताकर चले जाएंगे जिसके बाद पंचायत की अनियमितता को सुधारा नहीं जाएगा. ग्रामीणों को जल - नल योजना का लाभ नहीं मिल पाएगा संवेदक सबसे पहले सभी अनियमितता को सुधार करके सभी घरों में नल से जल पहुंचाना सुनिश्चित करें जिसके बाद आवेदक को बोर्ड लगाने दिया जाएगा.