न्यूज 11 भारत
रांची : हेवी इंजीनियिरंग कॉरपोरेशन लिमिटेड, एचईसी में 40 दिनों से जारी कर्मचारियों का टूल डाउन स्ट्राइक समाप्त हो गया है. यह टूल डाउन स्ट्राइक 2 दिसंबर को सात माह के बकाया वेतन भुगतान को लेकर शुरू हुआ था. मंगलवार को प्रबंधन और श्रमिक संगठनों के बीच 6 विंदुओं पर समझौता हुआ, जिसके बाद कर्मचारियों ने स्ट्राइक समाप्त किया. समझौता पत्र की जानकारी मिलने के बाद कर्मचारी स्वत: अपने कार्यस्थल पर पहुंच गए. कंपनी के तीनों प्लांट, एचएमबीपी, एफएफपी और एचएमटीपी में पूर्ण रूप से उत्पादन शुरू हुआ. समझौता पत्र पर प्रबंधन की ओर से अफसरों ने हस्ताक्षर किया. इससे पहले स्ट्राइक समाप्त होने की जानकारी 7 जनवरी को एचईसी प्रबंधन द्वारा दी गई थी, मगर प्लांटों में पूर्ण रूप से काम शुरू नहीं हुआ था. प्रबंधन द्वारा स्ट्राइक सप्ताह होने की खबर जारी होने के बाद कर्मचारी भड़क गए थे. कर्मचारियों ने 8 जनवरी और 10 जनवरी को एचईसी मुख्यालय के समक्ष नारेबाजी की. एचईसी प्रबंधन पर समझौता के लिए दबाव बनाया, तब जाकर प्रबंधन ने समझौता किया.
एचईसी प्रबंधन और श्रमिक संगठनों के बीच हुए समझौता पत्र में बताया गया है कि10 जनवारी एक माह का वेतन कर्मचारियों को दिया गया. माह के अंत तक आधे माह का और वेतन देने का प्रयास किया जाएगा. वहीं फरवरी 2022 से कर्मचारियों को नियमित वेतन का भुगतान किया जाएगा. वहीं कर्मचारियों के प्रमोशन के मामलों का भी निष्पादन किया जाएगा. तीनों प्लांट में कैंटिन पहले की तरह काम करेंगे. कर्मचारियों के बच्चों के लंबित फीस में जो परेशानी आ रही है, उसे भी तुरंत दूर किया जाएगा. सर्वसम्मति से समझौता पत्र पर मान्यता प्राप्त यूनियन हटिया प्रोजेक्ट वर्कर्स यूनियन, हटिया मजदूर यूनियन, हटिया कामगार यूनियन, एचईसी लि श्रमिक कर्मचारी यूनियन, जनता मजदूर यूनियन, हटिया मजदूर संघ और एचईसी श्रमिक संघ ने हस्ताक्षर किया.
समझौता पत्र की प्रमुख बातें
- 10 जनवरी 2022, सोमार को एक माह के वेतन का भुगतान सभी नियमित एवं ठेका कामगारों को कर दिया जाएगा.
- इसके अतिरिक्त आधे माह के वेतन का भुगतान जनवरी माह के अंत तक करने का पूरा प्रयास किया जाएगा.
- फरवरी, 2022 एवं उसके उपरांत प्रत्येक माह के अंत तक उपरोक्त वर्णित वेतन के भुगतान का प्रयास किया जाएगा.
- उपरोक्त वेतन भुगतान का प्रावधान कर्मचारियों के सहयोग एवं उत्पादन प्रारंभ करने के ऊपर निर्भर करता है. अत: तत्काल कार्य शुरू करने की आवश्यकता है.
- कर्मशालाओं में कार्य आरंभ होने पर तीनों कारखानों के कैंटीनों में भोजन भी आरंभ कर दिया जाएगा.
- कर्मचारियों के बच्चों के स्कूलों की फीस के भुगतान में जो समस्या आ रही थी, उसकी, जैसा कि पिछली अपील में बताया गया था, व्यवस्था भी की जाएगी.
- कामगारों के प्रमोशन की प्रकिया आरंभ करने का अनुमोदन प्राप्त हो गया है और इससे संबंधित आदेश प्रकिया पूर्ण होने पर जारी कर दिए जाएंगें.
स्ट्राइक की वजह से कंपनी में 125 करोड़ का उत्पादन प्रभावित, 40 करोड का नुकशान
एशिया का सबसे बड़ा भारी उद्योग हेवी इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड यानी एचईसी. कंपनी में दो दिसंबर से कर्मचारी बकाया वेतन भुगतान को लेकर टूल डाउन स्ट्राइक था. निगम के तीनों प्लांट, हेवी मशीन बिल्डिंग प्लांट एचएमबीपी, फोर्जिंग फोर्ज प्लांट एफएफपी व हेवी मशीन टूल्स प्लांट एचएमटीपी 2 दिसंबर 2021 से ही काम बंद है. स्ट्राइक की वजह से अबतक एचईसी में 125 करोड़ का वर्क ऑर्डर प्रभावित हो गया है. रक्षा, इशरो, रेलवे, स्टील प्लांट, माइनिंग सेक्टर सहित कई कंपनियों के महत्वपूर्ण उपकरणों निर्माण अधर में लटक गया है.
चालू वित्तीय वर्ष 2021-22 के तीसरे क्वार्टर के आखिरी माह में स्ट्राइक की वजह से हर दिन एक करोड़ का आर्थिक नुकसान हुआ है, ऐसा एचईसी प्रबंधन का कहना है. यानी अबतक कंपनी को टूल डाउन स्ट्राइक से 40 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है. वहीं प्रबंधन के अनुसार एचईसी के तीनों प्लांटों में कई महत्वपूर्ण उपकरणों का डिस्पैच वर्क बंद था, जो चालू होगा.
जानें स्ट्राइक की वजह से किस प्लांट में कितने का काम प्रभावित
एचईसी में स्ट्राइक की वजह से अबतक 125 करोड़ का वर्क ऑर्डर प्रभावित हो गया है. एफएफपी प्लांट में फर्नेस ठंडा पड़ गया है. जिसकों पुन: चालू कर गर्म करने में घंटों का समय लगेगा, वहीं लाखों रुपए का खर्च फ्यूल मद में होगा. कंपनी में अब वैसी मशीनों को भी बंद रखा गया था, जिन्हें चालू रखना अनिवार्य माना जाता है. इनमें एफएफपी के बड़े फर्नेश, गैस प्लांट और अन्य मशीनें शामिल हैं.
एफएफपी : फर्नेश, फोर्जिंग वर्क होगा शुरू
सबसे ज्यादा एफएफपी प्लांट में 78 करोड़ का फोर्जिंग वर्क लटका पड़ा है. इसमें जेएसपीएल, बीएसएल, आकांक्षा, राउरकेला स्टील प्लांट, विलासपुर स्टील प्लांट, दुर्गापुर स्टील प्लांट और भेल सहित कई कंपनियों के उपकरणों का फोर्जिंग वर्क पूरी तरह से बंद हो गया है. सभी फर्नेश लॉकडाउन के बाद पहली बार बंद किए गए हैं. गैस प्लांट से प्रोड्यूसर गैस की आपूर्ति भी बंद थी, जो पुन: शुरू होगी:
एचएमबीपी : इशरो के उपकरण का मशीनिंग वर्क होगा चालू
एचएमबीपी में 20 करोड़ का मशीनिंग वर्क बंद हो गया है. दुर्गापूर स्टील प्लांट के एक महत्वपूर्ण उपकरण का मशीनिंग और डिस्पैच वर्क अंतिम चरण में पहुंच कर अधर में लटक गया है. उस उपकरण के डिस्पैच के बाद कंपनी को करीब 2 करोड़ 70 लाख रुपए दुर्गापुर स्टील प्लांट से मिलता. इसके अलावे प्लांट में इशरो, सीसीएल, ईसीएल, एनसीएल, बीएसपी बीसीसीएल, श्रीराम सहित कई कंपनियों के उपकरणों का मशीनिंग वर्क ठप पड़ा हुआ था, जो अब चालू होगा.
एचएमटीपी : रेलवे और स्टील प्लांट के जॉब होंगे पूरे
एचईसी का सबसे छोटा प्लांट एचएमटीपी. यहां अफसरों व कर्मचारियों की कुल संख्या 130 है. एचएमटीपी में रेलवे, इशरो, स्टील प्लांट और माइनिंग सेक्टर सहित कई कंपनियों में इस्तेमाल होने वाले मशीनों का टूल्स बनता है. स्ट्राइक की वजह से एचएमटीपी में 7 करोड़ के टूल्स उपकरणों का निर्माण कार्य ठप पड़ गया है.