न्यूज11 भारत
लातेहार: लातेहार और पलामू में अवस्थित बेतला नेशनल पार्क में अब पर्यटक बाघ देख सकेंगे. PTR प्रबंधन द्वारा इस साल के अंत तक टाइगर सफारी की शुरुआत कर दी जाएगी. पीटीआर द्वारा इस बाबत नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (NTCA) को प्रस्ताव भेजा गया है, जिसकी स्वीकृति जल्द मिलने की संभावना है. इसको लेकर विशेषज्ञों की टीम बेतला नेशनल पार्क के दौरे पर हैं.
जानकारी देते हुए पीटीआर के डिप्टी डायरेक्टर कुमार आशीष ने बताया कि टाइगर सफारी के एक बाघ और दो बाघिन को बेतला नेशनल पार्क के 50 हेक्टेयर के घेराबंद जंगल में छोड़ा जाएगा. इस घेराबंदी के अंदर उन बाघों के लिए उपयुक्त वातावरण के अन्य जंगली जीवों को बाघों के शिकार के लिए छोड़ा जाएगा.
उन्होंने कहा कि पीटीआर के खुला जंगल होने के कारण पर्यटक बाघ नहीं देख पाते हैं. इसलिए प्रबंधन द्वारा कोई ऐसी व्यवस्था की जाएगी ताकि पर्यटकों को बाघ दिख सके. टाइगर सफारी से न केवल आनेवाले पर्यटकों को बाघ देखने को मिलेंगे, बल्कि इससे सरकार को राजस्व की भी प्राप्ति होगी.
टाइगर सफारी के लिए भेजा गया है प्रस्ताव
पीटीआर के डिप्टी डायरेक्टर कुमार आशीष ने कहा कि पलामू टाइगर रिजर्व में भी बाघ छोड़ने की दिशा में काम किया जा रहा है. इसके लिए साइंटिफिक स्टडी जारी है, लेकिन इसे पूरा होने में दो वर्ष लग सकता है. तब तक पर्यटकों को बाघों के दीदार के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा. इसलिए टाइगर सफारी का प्रस्ताव उपयुक्त मानते हुए इसे स्वीकृति के लिए भेजा गया है. पूरे भारत के टाइगर रिजर्व द्वारा भी इस तरह का प्रस्ताव भेजा गया है, ताकि लोगों को बाघ निश्चित रूप से दिखे.