न्यूज11 भारत
रांचीः लातेहार के मां उग्रतारा मंदिर में राज्य की खुशहाली और उन्नति को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों ने पिछले सप्ताह पूजा अर्चना की थी. इसके बाद सीएम ने अपने ट्वीटर हैंडल में पूजा अर्चना की एक तस्वीर डाल दी. जिसमें राज्य के उत्पाद एवं मद्य निषेध सचिव विनय चौबे सीएम के साथ बैठे दिखे, जबकि कृषि मंत्री बादल पत्रलेख पूजा के दौरान खड़े दिखे. इस खबर को न्यूज11 भारत ने प्रमुखता से चलाया और यह बताने की कोशिश की गयी कि इसमें प्रोटोकोल का पालन नहीं किया गया. खबर चलने के बाद रात्रि 8 बजकर 32 मिनट पर कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने एक ट्वीट किया. इसमें उन्होंने लिखा कि ''जय मां उग्रतारा. पूजा पाठ में भावना सर्वोपरि होती है. शारीरिक अस्वस्थता के कारण मैंने स्वंय न बैठने का आग्रह करते हुए खड़े रहते हुए पूजा अर्चना की. मां सभी का कल्याण करे''. इस ट्वीट के 18 रीट्वीट, एक कोट और 161 लाइक मिले.
एक शुभचिंतक अमित तिग्गा ने ट्वीट पर कमेंट करते हुए कहा कि झारखंड सरकार बताने की कृपा करे. एक क्रप्ट आईएएस अफसर एक आम आदमी पर कितना हावी होता है. झारखंड सरकार बताये. पूछिए उनसे जो ऐसा करते हैं लॉबी बना कर काम करने के चक्कर में कितने परिवार को बर्बाद करते हैं. अश्विन ने कहा मां उग्रतारा का सेवक होने के नाते अपनी मां की ओर से आपकी कुशलता की कामना करता हूं. अमित ने कहा कि यह राज्य में कांग्रेस के मंत्रियों की हालत है.
भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि ''मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आपकी यह बेचारगी देख कर दया आती है. प्रोटोकोल और शिष्टाचार को ठेंगा दिखाकर कैबिनेट मंत्री खड़े और नौकरशाह आपकी बगल में बैठे. ऐसे ही चंद नौकरशाहों और अन्य ने आज आपकी क्या हालत बना दी है. कानून के पंजे में फंसाया सो अलग''. भाजपा के राज्यसभा सांसद आदित्य साहू ने कहा कि ''झारखंड में अफसरों का मनोबल बढ़ गया है. मंत्री खड़े रहते हैं और अधिकारी बैठ कर फोटो खिंचवाते हैं. हेमंत सोरेन की सरकार में अधिकांश अफसर प्रोटोकोल का पालन नहीं करते है''.