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रांची: पिछले दिनों झारखंड के गोड्डा जिले के देवडांड थाना क्षेत्र में सूंडमारा नदी के किनारे एक महिला की सिर कटी लाश मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया था. इस निमर्म हत्याकांड ने जहां सबके होश उड़ा दिए थे वहीं पूलिस के लिए भी ये एक रहस्य इन गया था कि इस हत्याकांड का पता और हत्यारे को कैसे पकड़ा जाए.
वहीं इस जघन्य हत्याकांड को लेकर पुलिस ने खुसाला किया है. यहां जिले के एसपी नाथू सिंह मीणा ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है. वहीं इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी पति संजय राय फिलहाल अभी पुलिस के शिकंजे से बाहर है. संजय की धरपकड़ के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है. एसपी मीणा ने बताया कि मुख्य आरोपी संजय राज बिहार के बांका जिले के सुमुखिया मोड़ गांव का रहने वाला है.
वहीं इस पूरे मामले का खुलासा करते हुए कहा कि संजय पहले से शादीशुदा था तथा वह पिछले पांच साल से हैदराबाद में रहकर कामकाज कर रहा था. इसी दौरान हैदराबाद में ही उसकी पहचान उड़ीसा की रहने वाली देविका नामक युवती से हो गई. फिर कुछ दिनों बाद इन दोनों के बीच प्रेम-प्रसंग शुरू हो गया. इस रिश्ते को आगे बढ़ाते हुए संजय ने देविका को अपने शादीशुदा होने की बात छिपाकर उससे शादी भी कर ली.
शादी के कुछ दिन बाद देविका को पता चल गया कि संजय पहले से ही शादीशुदा है. इसके बाद दोनों के रिश्ते में खटास बढ़ती गई देविका संजय पर पहली पत्नी को छोड़ने का दबाव बनाने लगी, जिससे दोनों में लड़ाई-झगड़ा होता. रोज रोज के झगड़ों से तंग आकर संजय ने देविका को रास्ते से हटाने की प्लानिंग की.
इसके बाद संजय राय ने अपने खैफनाक मंसूबे को अंजाम देने के लिए अपनी पहली पत्नी को भी इस प्लानिंग में शामिल किया. इसके बाद आरोपी ने एक सोची समझी साजिश के तहत संजय ने अपनी साली के घर, जो झारखंड के गोड्डा जिले के देवडांड थाना क्षेत्र में आता है, वहां देविका को लाने का प्लान बनाया. इसके उपरांत 12 मार्च को देविका को सूंडमारा नदी घुमाने के बहाने संजय उसे लेकर गया.
योजना के अनुसार वहां पहले से ही संजय की पत्नी और साली मौजूद थीं. सुनसान इलाके में संजय ने पत्नी और साली के साथ मिलकर देविका की हत्या कर दी. इस अपराध के बाद सबूत मिटाने के लिए देविका का गला काटकर अलग कर दिया. शातिर दिमाग संजय ने देविका के दाहिने हाथ पर बने टैटू से पहचान न हो सके, इसलिए उसके दाहिने हाथ को भी काटकर शरीर से अलग कर दिया था.
सबूत मिटाने के लिए देविका के चेहरे को भी पत्थरों से मारकर बुरी तरह से क्षत-विक्षत कर दिया था, ताकि उसकी पहचान न हो सके. इसके बाद नदी के किनारे गड्ढा खोदकर देविका के धड़ को उसके अंदर दफना दिया और महिला के कटे हाथ और सिर को एक पॉलिथीन में डालकर वहां से कुछ दूरी पर ले जाकर उसे भी जमीन के नीचे दफन कर दिया था. इस पूरे मामले के खुलासे के बाद गोड्डा पुलिस को संजय की तालाश है.