न्यूज11 भारत
रांची: राज्य में इंफ्लूएंजा के इस नए वेरिएंट की जांच के लिए रिम्स के माइक्रोबायोलॉजी विभाग ने H3N2 जांच किट उपलब्ध कराने की मांग की थी. ताकि संक्रमित मरीजों का त्वरित जांच और समुचित इलाज किया जा सके. इस के लिए रिम्स के पूर्व पूर्व प्रबंधन ने पांच देन पहले H3N2 जांच किट के लिए बकायदा टेंडर निकाला था.
वहीं इस टैंडर के आलोक में जांच किट की आपूर्ति शनिवार को कर दी गयी है. बता दें शनिवार को जांच किट रिम्स पहुंचते ही अब रिम्स में 192 सैंपलों की जांच हो सकेगी. साथ ही संक्रमण के प्रसार की संभावनाओं को देखते हुए सैंपल बढ़ने पर और भी किट मंगाई जाएगी. रिम्स के प्रबंधन का दावा है कि किट के अभाव में सैम्पल्स की जांच नहीं रूकेगी.
वहीं एक सप्ताह पहले स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने केंद्र द्वारा निर्देश के बाद इन्फ्लूएंजा की जांच बढ़ाने, लक्षण वाले मरीजों के सैंपल इकट्ठा कर रिम्स व एमजीएम भेजने का निर्देश दिया था. बता दे बावजूद इतनी सुविधाओ के एक सप्ताह बाद अब तक रिम्स के माइक्रोबायोलॉजी लैब में सिर्फ एक ही सैंपल की जांच हो सकी है.
वहीं माइक्रोबायोलॉजी के हेड डॉ. अशोक कुमार शर्मा ने कहा कि अधिक सैंपल आने पर जांच बढ़ाई जाएगी. अब तक एक सैंपल की जांच हुई, जिसकी रिपोर्ट निगेटिव रही. बताते चलें कि पिछले कई दिनों से स्वास्थ्य विभाग इंफ्लूएंजा के नए वेरिएंट H3N2 वायरस को लेकर लोगों के बीच एडवाईजरी जारी कर रहा है.
वहीं पिछले दिनों झारखंड के जमशेदपुर में H3N2 वायरस से संक्रमित एक महिला मरीज की पुष्टि हो गयी है. बता दें H3N2वायरस का यह पहला मामला जमशेदपुर में मिला है इसकी पुष्टि सिविल सर्जन डॉक्टर जुझार मांझी ने की है. वहीं संक्रमण की रिपोर्ट आने के बाद मरीज को टीएमएच के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है. इधर इस केस के सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग हाई अलर्ट मोड में है. बता दें सभी अस्पतालों में अलर्ट जारी कर एहतियात बरतने का कठोर निर्देश दिया गया है.
इधर इस संक्रमण पर बात करते हुए अस्पताल केसिविल सर्जन जुझार मांझी ने बताया कि H3N2वायरस के संभावित लक्षण वाले अब तक 22 मरीजों का सैंपल जांच के लिए माइक्रो वायरोलॉजी डिपार्टमेंट को भेजा गया था, उन सैम्पल्स में एक महिला मरीज में H3N2वायरस की पुष्टि हो गयी है.
बता दें इस महिला की उम्र 68 वर्ष है तथा महिला साकची की रहने वाली है. साथ ही डॉक्टर मांझी ने बताया कि उक्त मरीज को टीएमएच में अलग बने आइसोलेशन वार्ड में रखकर इलाज किया जा रहा है. इसके साथ ही वहीं अन्य मरीजों को संभावित एहतियात बरतने का निर्देश दिया गया है. लोगों में संक्रमण फैलने और रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग फिलहाल महिला की ट्रैवलिंग हिस्ट्री जानने का प्रयास कर रही है.