न्यूज11 भारत
रांची: पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति किसी से भी छुपी नहीं है. बल्कि वहां के हालात दिन प्रितदिन दिन बद से बदतर होते जा रहें हैं. अभी आटे के लिए मारा-मारी के वीडियो देखे ही थे कि अंधेरे में डूबे मुल्क की तस्वीरें सामने आने लगीं. वैसे तो पाकिस्तान अपने निर्माण से ही एक अस्थिर मुल्क रहा है लेकिन 2022 की राजनीतिक अस्थिरता और विनाशकारी बाढ़ ने परिस्थितियां बदतर कर दीं.
पाकिस्तान पूरी तरह से विदेशी मदद पर निर्भर हो चुकी है. कहा तो यहां तक जा रहा है कि मुल्क पैसे जुटाने के लिए अपने परमाणु बम भी बेच सकता है. अगर ये अटकलें सच हुईं तो अनुमान है कि पाकिस्तानी बमों के खरीदार देशों में सऊदी अरब शामिल हो सकता है जो वर्तमान परमाणु शक्ति नहीं है.
भारतीय मीडीया रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान की आखिरी कोशिश अपने परमाणु हथियारों को बेचने की होगी। हाल ही में ऐसी खबरें आई थीं कि पैसों के लिए पाकिस्तान अपनी सेना के साथ मिलकर पूरी दुनिया में भारी मात्रा में यूरेनियम की तस्करी कर रहा है.
सामाजिक कार्यकर्ता अहमद अयूब मिर्जा कहा कि मुझे लगता है कि पाकिस्तान में परमाणु हथियार बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं हैं. अंतरराष्ट्रीय निकाय को तत्काल एक वॉचडॉग की नियुक्ति करनी चाहिए जो पाकिस्तान आए और परमाणु हथियारों और परमाणु ऊर्जा से जुड़े सभी प्रोजेक्ट्स को टेकओवर कर ले.
दुनिया का सबसे खतरनाक मुल्क बना पाकिस्तान
मालूम हो कि पिछले साल अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था कि दुनिया का सबसे खतरनाक मुल्क पाकिस्तान है क्योंकि उसके पास बिना किसी कंट्रोल के परमाणु हथियार हैं.
बाइडन के बयान की पाकिस्तान में कड़ी आलोचना भी हुई थी. परमाणु संपन्न देश में फैले आतंकवाद और चमरपंथ के बीच न्यूक्लियर बमों की भारी मात्रा पूरी दुनिया के लिए चिंता का कारण बनी हुई है.
भारत से लेकर पश्चिमी देशों को इस बात की चिंता है कि अगर अफगानिस्तान जैसा हाल पाकिस्तान में हुआ और टीटीपी जैसे किसी आतंकवादी संगठन के हाथ परमाणु बम लग गए तो यह पूरी दुनिया के लिए विनाशकारी होगा.