Saturday, Apr 27 2024 | Time 00:30 Hrs(IST)
 logo img
NEWS11 स्पेशल


मशरूम की खेती से समृद्ध होगा सिमडेगा

मशरूम की खेती कर करें आय वृद्धि: SDO
मशरूम की खेती से समृद्ध होगा सिमडेगा

आशीष शास्त्री/न्यूज़11 भारत


सिमडेगा: सिमडेगा जिले में मशरूम उत्पादन को वृहद्ध पैमाने पर किये जाने की शुरूआत की गई है. आम-जनों का रोजगार के माध्यम को सृजत करने की मुहिम शरू की गई है. जिला प्रशासन ग्रामीण अर्थव्यवस्था को एक बेहतर रूप-रेखा देते हुए आने वाले समय में ग्रामीणों के लिए यह रोजगार का माध्यम बन सके, ग्रामीण अपनी स्वेच्छा से भी मशरूम उत्पादन करें, इस उद्देश्य से जिले के खाली पड़े सरकारी भवनों को चिन्हित करते हुए मशरूम उत्पादन की शुरूआत की है. उपायुक्त सिमडेगा सुशांत गौरव के दिशा-निर्देश में मशरूम उत्पादन प्रोजेक्ट का क्रियान्वयन धारातल पर उतारा जा रहा है.अनुमण्डल पदाधिकारी महेन्द्र कुमार एवं जिला नियोजन पदाधिकारी आशा मक्सीमा लकड़ा के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया, जिसमें दस लोगों को समाहित करते हुए उन्हे रोजगार से जोड़ा गया है, जिनके द्वारा ऑफिसर्स कॉलनी में 800 क्विंटल कुंटी से 500 खुखड़ी उत्पादन के बैग तैयार किये जा रहे है. आज सातवें दिन 236 बैग तैयार कर उसे सांचे में डाल उत्पादन हेतु तैयार किया जा चुका है. मशरूम उत्पादन को बाई बैक प्लान के रूप में क्रियान्वित किया जा रहा है. इस प्रोजेक्ट के तहत् स्थानीय लोगों को स्वरोजगार से जोड़ते हुए पोषण के क्षेत्र में भी विशेष ध्यान दिया गया है. जिला नियोजना पदाधिकारी के देख-रेख में धारातल पर क्रियान्वयन की कवायद की जा रही है. वहीं फेलो विश्वम्भरनाथ नायक के द्वारा तकनीकी कार्यों का निर्वाह्न किया जा रहा है.


इसे भी पढ़े...एसपी से बातचीत का ऑडियो वायरल मामले में दरोगा पर होगी कार्रवाई


जिला नियोजन पदाधिकारी ने बताया कि आगे इच्छुक लोग मशरूम उत्पादन हेतु सम्पर्क कर सकते है साथ हीं मशरूम उत्पदन में आरसेटी से प्रशिक्षण प्राप्त प्रशिक्षणार्थियों को रोजगार से जोड़ जायेगा.अनुमण्डल पदाधिकारी महेन्द्र कुमार मशुरूम प्रोजेक्ट का स्थलीय निरीक्षण कर स्वंय से भी बैग को सांचे में रख जिले में मशरूम उत्पादन को बढ़ावा देने का संदेश दिया. उन्होने कहा कि छोटे-छोटे माध्यम को अपनाते हुए अपने आर्थिक स्थिति को बेहतर बनायें, यह आपके आजीविका का साधन है.

अधिक खबरें
महुआ के 'फूलों की खुशबू' से गरीबों के जीवन में आ रही 'खुशहाली'
अप्रैल 08, 2024 | 08 Apr 2024 | 1:56 AM

हजारीबाग में मार्च महीने के अंतिम सप्ताह में जंगलों में महुआ के फूल गिरने लगते हैं. इन्हें इकट्ठा करने के लिए लोग मार्च से मई महीने में करीब 15 दिनों तक जंगल जाते हैं. इस दौरान महुआ के फूलों को चुनने के लिए पेड़ के नीचे की जमीन को साफ करने के लिए सूखे पत्तों में आग लगा दी जाती है.

पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा से खास बातचीत, बेबाकी से रखी अपनी बात
अप्रैल 05, 2024 | 05 Apr 2024 | 9:36 AM

पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने अपने आवास ऋषभ वाटिका में हजारीबाग संसदीय क्षेत्र की राजनीति के अलावे देश के बड़े मुद्दों पर अपनी राय रखते हुए मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. कहा कि 1984 में भले ही हजारीबाग संसदीय क्षेत्र की जनता ने मुझे महज 10 हुजार 727 वोट दिया लेकिन मुझे इन वोटों के साथ एक निर्वाचन क्षेत्र मिल गया. मैं जब चाहूं हजारीबाग में भाजपा को दो फाड़ कर सकता हूं. इन 40 वर्षों के अपने इ

महुआ बन रहा ग्रामीणों के आर्थिक संरचना का आधार: बिचौलियों के कारण नहीं मिल रहा ग्रामीणों को उचित मूल्य
मार्च 28, 2024 | 28 Mar 2024 | 11:25 AM

झारखण्ड के दक्षिणी छोर पर बसे सिमडेगा की मुख्य आर्थिक संरचना वन उत्पादों पर आधारित है. कल कारखानों से रहित इस जिले मे मुख्य जीविका वनो से निकली उत्पादो पर ही अधारित हैं इन मे से सबसे महत्वपुर्ण उत्पाद महुआ है.

Summer Vacation: अगर आप भी गर्मी में कर रहे है घूमने का प्लान तो जरूर विजिट करें देश की ये बेस्ट जगहें
मार्च 18, 2024 | 18 Mar 2024 | 1:20 AM

हमारा भारत एक ऐसा देश है जहां हर मौसम में घूमने के लिए जगह बदल जाती है. अब लोगों को लगभग लगभग ठंड से राहत मिल गयी है. वहीं अब गर्मी का मौसम आने वाला ही है. ऐसे में लोग अभी से ही गर्मियों की छुट्टी में घूमने का प्लान बना लेते है. अगर आप भी घूमने का प्लान बना

महिलाओं को सफर में नहीं लेना होगा टेंशन क्योंकि अब साथ है 'मेरी सहेली'
मार्च 15, 2024 | 15 Mar 2024 | 3:21 AM

दिन-ब-दिन महिलाओं के साथ अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं. ट्रेन हो या चाहे बस कहीं भी महिलाएं सुरक्षित नहीं है. ऐसे में सरकार द्वारा महिलाओं की सुरक्षा के लिए कई तरह की योजना लाई जाती है. मेरी सहेली योजना भी एक ऐसी योजना है, जिसमें महिलाओं को यात्रा के समय सुविधाएं दी जाती है.