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सिमडेगाः कोरोना संक्रमण एक बार फिर से सचेत होने की चेतावनी देने लगा है. ओड़िसा और छतीसगढ़ राज्य से सटे सिमडेगा जिला में भी प्रशासन कोविड से लड़ने की कवायद शुरू कर दी है. एक बार फिर कोरोना पांव पसारने लगा है. इस बार कोरोना ओमिक्रोन संक्रमण का हथियार लिए हमला करने की तैयारी में है. त्योहार और न्यू ईयर के जश्न के बीच संक्रमण के बढ़ने का है खतरा है, ऐसे में सावधानी रखना बेहद जरूरी है.
क्रिसमस और न्यू ईयर के जश्न के बीच कोरोना चुपके से अपना पांव पसारता जा रहा है. आदिवासी बहुल सिमडेगा जहां क्रिसमस एक प्रमुख त्योहार के रूप में मनाया जाता है. यहां क्रिसमस और न्यू ईयर के दौरान देश और विदेश से जिलेवासी यहां पंहुचते हैं. जिले में क्रिसमस गैदरिंग जगह-जगह बड़े तादाद में मनाया जा रहा है. क्रिसमस के बाद पिकनीक का भी दौर चलेगा. ऐसे में ओड़िसा और छतीसगढ़ राज्य की सीमा से सटे सिमडेगा जिले में संक्रमण का खतरा बढ़ने की संभावना प्रबल हो जाती है. संक्रमण बढ़ने की चिंता में डूबा सिमडेगा जिला प्रशासन लोगों को खुशियां मनाने की बात कह रहा है, लेकिन कोविड प्रोटोकोल की सीमा रेखा का पालन करने की भी सलाह दे रहा है.
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संक्रमण के बढ़ते संकट से निबटने के लिए जिला प्रशासन जिले को संसाधन पूर्ण बता रहा है, लेकिन यहां डाक्टर की कमी एक बड़ी समस्या है. हालांकि जिले के डीसी का कहना है कि ट्रेन्ड नर्स और स्टाफ संक्रमण के जंग जीत लेगें. उन्होने बताया जांच का दायरा बढ़ाते हुए कोविड प्रोटोकोल पालन के लिए सख्ती बरती जा रही है. जिससे सिमडेगा सुरक्षित रहे. त्योहार की खुशियां और न्यू ईयर का जश्न मनाएं, लेकिन कोविड प्रोटोकोल का ख्याल रखें.