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रांची: अचानक केंद्र सरकार आईएएस पूजा सिंहल पर इतनी कड़ी नजर क्यों बढ़ा ही है. इसको लेकर कई सवाल राजनीतिक और अफरशाही गलियारे में उठने लगी है. जानकारी के अनुसार 2022 में पूजा सिंहल ने संपत्ति का विवरण जो केंद्र सरकार को भेजी थी, उसमें पल्स अस्तपाल की जमीन का जिक्र को छुपा ली थी. अचल संपत्ति की जानकारी तो दी मगर उन्होंने अपने पति के नाम मालिकाना हक वाली पल्स अस्पताल की जमीन खरीदी और इस खरीद का ब्योरा नहीं दिया.
ईडी की तेढ़ी नजर पल्स हॉस्पिटल पर, निर्माण में खर्च 110 करोड़, जबकि लोन केवल 23 करोड़ दिखाया गया है
जब राज्य में हेमंत सोरेन की सरकार बनी तो पल्स हॉस्पिटल को नोटिस जारी हुआ था. इसके निर्माण में भारी अनियमितता की बातें सामने आयी थी. ईडी के अधिकारियों की मानें तो इसके निर्माण और पूरे हॉस्पिटल सेट-अप में 110 करोड़ रूपए खर्च आए हैं. जबकि लोन के रूप में केवल 23 करोड़ रूपए की बातें सामने आ रही हैं. अब ईडी इस बात को जांच कर रही है कि बाकी रकम कहां से आयी. ईडी को इस बात का भी अंदेशा है कि यही अस्तपाल पूजा सिंघल के अवैध करोबार का बड़ा ठिकाना रहा है, जिसके जरिए पैसे के लेन-देना और उसे बाहर या दूसरे प्रोजेक्ट में इंवेस्ट किया जाता रहा है.
इमूवेवल प्रोपर्टी रिर्टन में केवल इन बातो का किया जिक्र
सिंघल ने इमूवेवल प्रोपर्टी रिर्टन में बताया कि कोलकाता के राजारहाट में 2008-09 में 30 लाख के घर से हर वर्ष पूर्व पति राहुल पुरवार के साथ संयुक्त रूप से छह लाख रूपए किराए के तौर पर कमाती थी. इसके अतिरिक्त सुकरहुटू में सिविल सर्विस ऑफिसर्स को-ऑपरेटिव सोसायटी में वर्ष 2008-2009 में 78 वर्ग फीट भूखंड स्वंय के नाम से खरीदी, जिसकी कीमत उस समय के अनुसार 88 हजार रूपए थी. लेकिन अब तक जमीन का पॉजिशन नहीं मिला है.