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रांची: कांग्रेस ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक को लेकर पूरे देश में जानबूझ कर सियासी माहौल गर्म किया जा रहा है. इसी बहाने पांच राज्यों में होने वाले चुनाव में सहानुभूति वोट बटोरने की मंशा के साथ इसे बड़ा मुद्दा बनाने की तैयारी की जा रही है. वीडियो फुटेज में यह स्पष्ट दिखायी दे रहा है कि उसमें प्रधानमंत्री काफिले के करीब जो भी लोग नारेबाजी कर रहे थे वह उन्हीं के कार्यकर्ता थे और वह जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे. शायद प्रधानमंत्री को अधिक उम्र होने के कारण सुनने में कठिनाई हुई और उन्होंने जिंदाबाद की जगह जिंदा भाग समझ लिया तभी तो उन्होंने इस बात को सुनियोजित तरीके से प्रचारित किया कि मुख्यमंत्री चन्नी को धन्यवाद कहना कि मैं जिंदा लौट आया हूं. यह बातें झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रवक्ता सतीश पॉल मुंजनी ने कही.
उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा की संपूर्ण जिम्मेवारी गृह मंत्रालय के अधीन एसपीजी के द्वारा संचालित होती है. अगर चूक हुई है तो उस चूक का जिम्मेदार कौन है, उस पर गृह मंत्रालय कार्यवाही करने के लिए स्वतंत्र है. लेकिन जो लोग जिम्मेवार हैं वह अपनी जिम्मेवारी से भाग रहे हैं. गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के पुत्र किसानों को सरेआम अपनी गाड़ी से कुचल देते हैं और कहते हैं कि अगर उनका बेटा दोषी साबित हुआ तो वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगे. अब जब उच्च न्यायालय के निर्देश पर गठित एसआईटी ने रिपोर्ट जमा कर दी है. उसके बावजूद भी अजय मिश्रा टेनी प्रधानमंत्री के साथ घूम रहे हैं. इस्तीफा क्यों नहीं दे देते. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी इस पर मौन धारण किए हुए हैं. मामले की जांच उच्च स्तरीय कमेटी द्वारा की जा रही है. केंद्रीय गृह मंत्रालय को इसकी पूरी जिम्मेवारी लेनी ही होगी. भाजपा केवल दुष्प्रचार कर इस चूक को भी आपदा में अवसर की तरह बनाना चाह रही है. काफिले को किसानों ने नहीं रोका उनका काफिला जहां रुका था, किसान उससे लगभग एक से डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर प्रदर्शन करने के लिए बैठे हुए थे. बीजेपी के महिला सांसद स्मृति ईरानी बोलती हैं कि यह कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा प्रायोजित कार्यक्रम था. जिसमें प्रधानमंत्री को रैली स्थल पर जाने से किसी भी कीमत पर रोकना था. महाराष्ट्र से सांसद नारायण राणे कहते हैं की प्रधानमंत्री की गाड़ी पर पथराव की मैं निंदा करता हूं. सभी लोग जानते हैं प्रधानमंत्री काफिले पर कोई हमला नहीं हुआ. तथाकथित सुरक्षा चूक के कारण उन्हें 15 से 20 मिनट तक फ्लाईओवर पर रुकना पड़ा है. मामला गंभीर अवश्य है लेकिन ऐसे उल जलूल बयान देकर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को देश का माहौल खराब करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए. देश के प्रथम गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने पहले ही कहा है कि जिसे अपनी जान का डर हो उससे ऊंचे जिम्मेवारी वाले पद को ग्रहण नहीं करना चाहिए. यदि प्रधानमंत्री को लगता है उनको डर लग रहा है तो उन्हें तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए और अपने किसी योग्य नेता को प्रधानमंत्री बना देना चाहिए.
प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रवक्ता सतीश पॉल मुंजनी ने कहा कि देश की जनता सब समझ चुकी है कि यह सारा नाटक पांच राज्यों में होने वाले चुनाव को लेकर किए जा रहे हैं. ताकि देश में मूल मुद्दा रोजगार का, महंगाई का, किसानों का, स्वास्थ्य का, निजीकरण ये सब से जनता का ध्यान भटकानें के लिए प्रधानमंत्री की सुरक्षा को मुद्दा बनाया जा रहा है. इसी क्रम में आज झारखंड की राजधानी रांची में भाजपा नेताओं द्वारा हरमू से और अरगोड़ा चौक तक मानव श्रृंखला कार्यक्रम का आयोजन किया जाना था. जो पूरी तरीके से विफल हो गया. इनके झूठ और ओछी बातों से देश और प्रदेश की जनता अब बेजार हो चुकी है. चुनाव में किया जा रहा नाटक जनता अच्छी तरह से समझ रही है और इसका मुंह तोड़ जवाब इस चुनाव में भाजपा को मिलना तय है.