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रांचीः राजधानी रांची में नक्सलियों की धमक अब कॉलोनियों तक पहुंच चुकी है. पहले नामकुम और चुटिया के कुछ इलाकों में नक्सली भाड़े के मकान में रहते थे. पर हालिया घटना ने सबको झकझोर दिया है. धुर्वा थाना क्षेत्र के आम बगान से पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है. इसके पास से एक बीएमडब्ल्यू एक्सएल-6 कार और थार जीप के साथ-साथ 61 लाख रुपये नगद बरामद किया गया है. यानी अब नक्सली हाई लग्जरियस गाड़ियों के साथ अपने कारनामों को अंजाम दे रहे हैं. इससे आम लोगों को नहीं पता चल पायेगा कि फलां व्यक्ति नक्सली या उसका सहयोगी है. यह सब राजधानी रांची में हो रहा है, जहां पर पुलिस मुख्यालय से लेकर डीजीपी, एसएसपी, जोनल आइजी और डीआइजी स्तर के अधिकारी और खुद मुख्यमंत्री और अन्य रहते हैं. आम बगान का इलाका झारखंड विधानसभा के नव निर्मित भवन से दो किलोमीटर तक की दूरी पर है. पुलिस मुख्यालय और प्रोजेक्ट भवन सचिवालय पांच किलोमीटर के दायरे पर है. आम बगान का इलाका जेएससीए स्टेडियम से सटा हुआ है. यहां पर खिलाड़ियों के अलावा गणमान्य लोग आते-जाते रहते हैं. ऐसे में आप सचेत रहिये, हो सकता है आपका पड़ोसी ही नक्सलियों का खिदमतगार हो.
धुर्वा थाने ने एसएसपी के निर्देश पर सिटी एसपी सौरभ के द्वारा गठित पुलिस टीम ने 61 लाख 33 हजार पांच रुपये के साथ एक युवक को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार युवक का नाम प्रवीण कुमार बताया जा रहा है, जो फरार अपराधी निवेश कुमार का भाई है. बता दें बीते 6 जनवरी को धुर्वा थाना पुलिस ने तीन पीएलएफआई सदस्य को साढ़े तीन लाख नगद और दो लग्जरी गाड़ी सहित अन्य नक्सली समान के साथ गिरफ्तार किया था. जिसमें कई अपराधी फरार हो गये थे. फरार अपराधी में निवेश कुमार भी शामिल है. ऐसे में यह बड़ा सवाल है कि लग्जरी गाड़ियां जिनकी कीमत करोड़ों रुपये है. वैसी गाड़ियों में पीएलएफआइ से जुड़े लोग पैसे की वसूली, लेवी वसूली और उसे खपाने का काम कर रहे हैं.
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यह पुलिस प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती है. पुलिस प्रशासन की गाड़ियां लगातार इन इलाकों में सक्रिय रहती हैं. फिर भी इस तरह की घटनाएं घटित हो रही हैं, जो चिंता का विषय है. बीएमडब्लयू कार जिसकी कीमत 50 लाख से ही शुरू होती है. वैसे में एक्सएल-6 के साथ शहर में घूमना और थार जीप में घूमने पर किसी ने कोई पहल नहीं की. थार का नंबर पंजाब का है, जिसे रेगीस्तान में घूमने जैसा शक्ल दिया गया है. यानी झारखंड के जंगली और पहाड़ी रास्ते में थार से आना-जाना आसान रहेगा. यह ही इन अपराधियों और नक्सलियों के सहयोगियों की मंशा रही है. वैसे भी धुर्वा का इलाका अपराधियों के लिए एक चारागाह की तरह रहा है. अब देखना है कि पुलिस कैसे फरार अपराधियों और नक्सलियों के सहयोगियों तक पहुंच पाती है. BMW और THAAR बरामद होने के बाद चर्चा हो रही है कि ऐसी लग्जरी गाड़ियों की सवारी पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप करता है. तभी उसके गुर्गे ऐसी गाडियों को रखते है, समय पर उन गाडियों से जंगलों में दिनेश गोप सवारी कर सकें. अब पूरे मामले की जांच में पुलिस जुट गई है.