रांची : 15 सितंबर को रांची के पंडरा ओपी क्षेत्र के पंचशील नगर के रोड नंबर 3 में खुले नाले में एक शख्स बह गया था. बाद में उसकी पहचान सब्जी व्यापारी अजय अग्रवाल के रूप में हुई. 17 सितंबर को अजय अग्रवाल का शव कांके डैम में जलकुंभी में मिला. परिजनों ने ड्रोन की मदद से शव खोजा. शव मिलने के बाद रांची नगर निगम की नींद खुली हैं. निगम के अधीक्षण अभियंता रमाशंकर राम के निर्देश पर ड्रेनेज शिक्षण के अभियंताओं ने घटनास्थल का जायजा लिया. निरीक्षण में पता चला कि अंबा नगर से कांके डैम तक जाने वाले नाले में 5 जगह बड़े-बड़े होल हो गए हैं. 5 जगह नाला खुला हुआ है. इन होल को ढका जाएगा. इसके लिए नगर निगम की इंजीनियरिंग शाखा ने 25 लाख रुपये के खर्च का आकलन किया है. अधीक्षण अभियंता ने बताया कि योजना तैयार होने के बाद इसे बोर्ड में स्वीकृति दिलाई जाएगी और इसके बाद इस का टेंडर निकाला जाएगा.
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राजधानी में खुले हुए नाले एक-एक कर लोगों की जिंदगी निगल रहे हैं. 2019 से हर साल यह सिलसिला चल रहा है. इस साल अब तक 2 लोग नाले में बह कर अपनी जिंदगी गंवा चुके हैं. नगर निगम ने सभी खतरनाक नालों को ढकने की योजना बनाई थी, लेकिन इंजीनियरिंग सेक्शन की ड्रेनेज एवं सीवरेज सेक्शन की लापरवाही के चलते अब तक यह योजना परवान नहीं चढ़ सकी है. इस वजह से खुले नालों को ढकने का नगर निगम का अभियान ढीला पड़ गया है. एक-एक कर नाले राजधानी के लोगों की जिंदगी खत्म कर रहे हैं.
बता दें की 2019 में हिंदपीढ़ी के निजाम नगर की बच्ची फलक की नाले में बह जाने से मौत हो गई थी. इसके बाद पिछले साल खोरहा टोली में हजारीबाग का एक व्यक्ति बाइक के साथ बह गया था, अभी तक उसकी बॉडी नहीं मिल पाई है.
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