न्यूज 11 भारत
रांचीः होमगार्ड मेधा सूची को लेकर आपत्ति दर्ज कराने की समयसीमा रांची जिला प्रशासन ने बढ़ा दी है. पहले एक सप्ताह ही आपत्ति-दावा के लिए समय दिया गया था. दरअसल विज्ञापन संख्या-01/2016 में प्रकाशित विज्ञापन के अनुरूप गृह रक्षकों का नव नामांकन के लिए मेधा सूची ग्रामीण महिला-पुरुष और शहरी तकनीकी/गैर तकनीकी महिला-पुरूष प्रकाशित की गई है. संबंधित अभ्यर्थियों को दावा/आपत्ति प्रकाशन की तिथि से एक सप्ताह के अंदर जमा करने कहा गया था, लेकिन अब दावा/आपत्ति की आवेदन देने का समय 02 सप्ताह बढ़ा दिया गया. मतलब संबंधित अभ्यर्थी दावा/आपत्ति का आवेदन दिनांक 15.05.2022 तक विधि-व्यवस्था शाखा के ड्राप बॉक्स में जमा कर सकते हैं. एडीएम लॉ एंड ऑर्डर रांची की ओर से इस संबंध में सूचना जारी कर दी गई है. मालूम हो कि रांची जिला के ग्रामीण क्षेत्र में 362 व शहरी क्षेत्र में 409 होमगार्ड के चयन से संबंधित सूची प्रकाशित की गई है. इसके बाद से लगातार अभ्यर्थियों के आवेदन जिला प्रशासन को मिल रहे हैं.
चयन में भारी गड़बड़ी का लगा है आरोप
होमगार्ड मेधा सूची के प्रकाशित होते ही चयन में भारी गड़बड़ी उजागर हुई है. आरोप है कि गैर योग्यतावालों का भी तकनीकी श्रेणी में चयन कर लिया गया है. शारीरिक परीक्षा में फेल अभ्यर्थियों का भी चयन होने का आरोप लगाया गया है. इतना ही नहीं नियमत: रांची जिले के ही अभ्यर्थियों का चयन होना था. मगर फर्जी आवासीय प्रमाण पत्र के आधार पर भी कई अभ्यर्थियों का चयन हुआ है. मुन्ना मंडल, रोल नंबर-1975 पर आरोप है कि उसने अपना वर्तमान व स्थायी पता हरमू हाउसिंग कॉलोनी, अरगोड़ा, पोस्ट-हरमू, जिला-रांची दर्ज करवाया है जबकि वे गिरिडीह के स्थायी निवासी हैं. आरोप में कहा गया है कि रांची जिले में नव नामांकन की प्रक्रिया जब चल रही थी तो मुन्ना मंडल के भाई कंपनी कमांडर रामजी कुमार झारखंड गृह रक्षा वाहिनी जिला रांची के कार्यालय में पदस्थापित थे. शारीरिक जांच परीक्षा में भी वे प्रतिनियुक्त थे. उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग कर भाई का फर्जी आवासीय प्रमाण पत्र बनवाया. बिना शारीरिक जांच परीक्षा में शामिल हुए सफल घोषित कराया. इस प्रकार कई अभ्यर्थियों के चयन में गड़बड़ियों की लंबी फेहरिस्त है.