NEWS11 स्पेशलPosted at: नवम्बर 16, 2021 26 नवंबर को किसान आंदोलन
एकता और संघर्ष के सूत्र वाक्य के साथ सीटू की तीन दिवसीय जनरल काउंसिल मीटिंग शुरू
न्यूज़11 भारत
रांची: सीटू का तीन दिवसीय जनरल काऊंसिल की मीटिंग हैदाराबाद में शुरू हुई. उदघाटन सत्र में तेलंगाना के जाने-माने बुद्धिजीवी और स्वागत समिति के अध्यक्ष प्रो. नागेश्वर राव ने कहा कि जिस प्रकार करोना महामारी की त्रासदी और शासक वर्ग के हमले का मुकाबला करते हुए सीटू इस दौर मे मेहनतकशों के अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष के अग्रिम मोर्चे पर डटी हुई है. उसके सकारात्मक परिणाम को कोई ताकत नहीं रोक सकती है. सीटू के राष्ट्रीय महासचिव तपन सेन ने कहा की हमारे राष्ट्रीय सम्मेलन के बाद यह पहली फिजिकल बैठक है. इस दौरान देश के मजदूर वर्ग ने करोड़ों की संख्या मे अपना रोजगार खोया है, महंगाई की मार ने उनके जीवन और जीविका को कठिनाइयों के दलदल मे ढकेल दिया है. महामारी को 'अवसर' के रूप मे इस्तेमाल करते हुए शासक दल द्वारा देश की राष्ट्रीय संपदा का मेगा सेल लगाकर हमारी राष्ट्रीय संप्रभुता और राष्ट्रीय सम्मान को बेचने का काम किया जा रहा है.शासक वर्ग के इस राष्ट्र विरोधी साजिशों को परास्त करना मजदूर वर्ग का प्राथमिक कार्य है.
उद्घाटन सत्र मे ही किसान और जन विरोधी तीन काले कृषि कानून के खिलाफ पिछले एक साल से ऐतिहासिक संघर्ष कर रहे किसानों का अभिनंदन करते हुए आगामी 26 नवंबर को पूरे देश मे व्यापक जन कार्रवाई का आह्वान करते हुए किसान आंदोलन के साथ एकजुटता का प्रस्ताव पारित किया गया. इससे पूर्व सीटू की राष्ट्रीय अध्यक्ष के हेमलता द्वारा संगठन का लाल झंडा फहराने और शहीद वेदी पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का उदघाटन किया गया.