चुनाव आयोग यदि एकपक्षीय निर्णय लेता है, तो झामुमो सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटायेगी
सीएम हेमंत सोरेन ने चुनाव के समय हलफनामे में कोई बात नहीं छिपायी
बाबूलाल मरांडी नैतिकता और सूचिता की बातें नहीं करें
न्यूज11 भारत
रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा ने एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी पर राज्य में भ्रम की स्थिति उत्पन्न कराने का आरोप लगाया है. बरियातू स्थित पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में विधायक सुदिव्य कुमार ने मीडिया कर्मियों से कहा कि भाजपा नेता लगातार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और गंठबंधन सरकार के खिलाफ हमला कर रही है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के रांची के अनगड़ा स्थित स्टोन माइंस खनन पट्टे को लेकर भ्रांतियां फैलायी गयी. विधायक सुदिव्य कुमार ने सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले का हवाला देते हुए कहा कि निर्वाचन के समय दी जानेवाली जानकारियों में मुख्यमंत्री ने किसी बात को छिपाया नहीं है. रांची के स्टोन माइंस के लिए जीएसटी नंबर नहीं लिये गये हैं और न ही कंसेंट टू ऑपरेट का लाइसेंस मिला है. ऐसे में लोक प्रतिनिधत्व कानून 1951 के 9 ए का हवाला देकर विधानसभा की सदस्यता रद्द नहीं की जा सकती है. उन्होंने कहा कि भारत का निर्वाचन आयोग स्वतंत्र नहीं है. ऐसे में निर्वाचन आयोग से निष्पक्ष आदेश की अपेक्षा करना बेमानी है. उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को अपनी बातें रखने का मौका दिया जाना चाहिए. आयोग संवैधानिक संस्था के जरिये चुनाव तो कराता है, लेकिन केंद्रीय नेतृत्व के दवाब में वह निष्पक्ष नहीं रहता है. आयोग की कार्यप्रणाली पर कुछ कहना ठीक नहीं है. पर यदि सब कुछ हमारे खिलाफ रहा, तो हम सक्षम न्यायालय में भी जायेंगे.
विधायक सुदिव्य कुमार ने कहा कि पूर्व सीएम रघुवर दास खनन पट्टा मामले को काफी उछल रहे हैं. हड़कंप मचाये हुए हैं. पर वे भी तो खुल मैनहर्ट मामले, स्थापना दिवस समारोह में टॉफी और टी शर्ट बांटने में फंसे हुए हैं. जांच एजेंसियां जांच कर रही हैं. अब उनके कार्यकाल का एक और घोटाला सामने आया है, जिसमें ऑरगैनिक फार्मिंग अथोरिटी ऑफ झारखंड में किसानों को प्रशिक्षण दिये जाने की बजाय राजनेताओं को ट्रेनिंग दिया गया. विधायक ने कहा कि पहले मुख्यमंत्री रहे बाबूलाल मरांडी भी सरकार गिराने की बात कर रहे हैं. जिस नैतिकता और सूचिता की बातें वह कह रहे हैं, वह 2006 तक अच्छी लगती थी. 2006 में भाजपा छोड़ कर झाविमो बनाया. राजधनवार में भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ ही चुनाव लड़े और निर्वाचित हुए. तमाम विरोधाभास के बाद भाजपा में शामिल हुए. दम है तो भाजपा की टिकट से चुनाव लड़ा कर दिखायें. उन्होंने कहा कि राज्य को अस्थिर करने की सभी साजिशें फेल होंगी. क्योंकि राज्य की जनता ने प्री पोल एलायंस के तहत झामुमो, कांग्रेस और राजद गंठबंधन को 47 सीटें दी हैं. बाबूलाल मरांडी स्वंयभू न्यायाधीश बन बैठे हैं. अब जो कुछ भी होगा हम तैयार हैं. निर्वाचन आयोग के एक पक्षीय फैसला आयेगा, तो हम सुप्रीम कोर्ट जायेंगे. फैसला फ्लोर ऑफ द हाउस होगा. कानूनी दायरे में बिजनेस करने के लिए कोई भी स्वतंत्र है. भाजपा विधायक मनीष जायसवाल और आजसू प्रमुख सह विधायक सुदेश महतो भी व्यापार कर रहे हैं.
झामुमो प्रवक्ता सुप्रीयो भट्टाचार्य ने कहा इन दिनों फोटो कापियर दुकानों की काफी चलती है. रोज भाजपा नेताओं के द्वारा सरकार के खिलाफ कई सेट जेरोक्स कराये जा रहे हैं और उसका वितरण जहां-तहां किया जा रहा है. भाजपा ने फोटो कापियर दुकानदारों को अवसर प्रदान कर दिया है. बाजार में पैसे की कमी है, पर फोटो कापी की दुकानों को इन दिनों काफी अच्छा धंधा चल रहा है. डिजिटल प्लैटफार्म पर पेपरलेस काम हो रहा है. भाजपा भ्रांति फैलाने में जेरोक्स दुकानदारों का सहयोग ले रही है.