रांची: 1 से 30 सितंबर 2021 तक चलने वाले पोषण माह को लेकर रांची में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना सप्ताह मनाया जा रहा है. इसको लेकर शनिवार को मोरहाबादी मैदान में जागरुकता सह पोषण संकल्प दिवस का आयोजन किया गया. महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग की मंत्री जोबा मांझी ने मुख्य अतिथि के रूप में कहा कि समारोह के शुभारंभ के बाद माननीया मंत्री श्रीमती जोबा मांझी ने कहा कि कुपोषण मुक्त समाज के लिए राज्य सरकार संकल्पित है. उन्होंने कहा कि जिले के सभी बच्चों को पोषण युक्त आहार देना हम सभी की जिम्मेदारी होनी चाहिए. उन्होंने आंगनबाड़ी सेविका और दीदीयों को अपने पोषण क्षेत्र में धात्री माताओं और बच्चों को पोषण युक्त आहार से संबंधित जानकारी देने और कुपोषण की जानकारी साझा करने कहा. कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री सुकन्या योजना के तहत छात्राओं को आच्छादित करते हुए अनुदान राशि का चेक दिया गया. मंत्री जोबा मांझी और कांके विधायक समरीलाल ने छात्राओं को सांकेतिक रुप से चेक दिया. योजना के तहत पूजा कुमारी, स्वाति कुमारी, श्वेता कुमारी, अनिशा कुमारी और अंजलि कुमारी को डमी चेक दिया गया.
अन्न प्रासन्न और गोद भराई का हुआ कार्यक्रम
जागरुकता सह पोषण संकल्प दिवस के शुभारंभ के दौरान अन्न प्रासन्न और गोद भराई का कार्यक्रम भी आयोजित किया. मंत्री और विधायक ने बच्चों का मुंहजुठ्ठी कराया. इस दौरान महिलाओं की गोद भराई भी की गई. मंत्री ने महिलाओं को किट प्रदान किया.
जागरुकता रथ रवाना
पोषण पखवाड़ा 2021 के तहत जिला को कुपोषण मुक्त बनाने और जन समुदाय की भागीदारी को लेकर जागरुकता रथ रवाना किया गया. मंत्री, विधायक, डीडीसी और डीएसडब्ल्यू ने संयुक्त रुप से गुब्बारा उड़ाकर और हरी झंडी दिखाकर जागरुकता रथ को रवाना किया. साथ ही जागरुकता के लिए हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया. बच्चों, किशोरों और महिलाओं को कुपोषण मुक्त, स्वस्थ और मजबूत करने की शपथ भी दिलाई गई.
पहली बार मां बनने पर दिया जाता है 5000
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के संबंध में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्वेता भारती ने बताया कि 5000 रुपए की धनराशि पहली बार मां बनने वाली महिला को दी जाती है. पंजीकरण कराने के साथ ही गर्भवती को प्रथम किस्त के रूप में 1000 रुपए, प्रसव पूर्व कम से कम एक जांच होने पर (गर्भावस्था के 6 माह बाद) दूसरी किस्त में 2000 रुपए और बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने और बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने पर तीसरी किस्त में 2000 रुपए दिए जाते हैं. भुगतान गर्भवती के बैंक खाते में ही किया जाता है. इस योजना का लाभ सभी सही पात्र लोगों को मिल सके इसके लिए ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की गई है. योजना का लाभ लेने के लिये टीकाकरण कार्ड, आधार कार्ड, बैंक/पोस्ट आफिस की पासबुक, शिशु का जन्म प्रमाण पत्र होना आवश्यक है. गर्भवती महिलाएं अपने निकटतम प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, आशा- आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अथवा मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में संपर्क कर सकती हैं.
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