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मेडिका, मेदांता और CMC वेल्लोर में आयुष्मान कार्ड से इलाज नहीं होने का मामला सदन में गूंजा

बकाया कारण मरीजों को लौटा रहे हैं, विधायकों ने वैकल्पिक व्यवस्था करने की मांग
मेडिका, मेदांता और CMC वेल्लोर में आयुष्मान कार्ड से इलाज नहीं होने का मामला सदन में गूंजा
न्यूज11 भारत 




रांची: विधानसभा के प्रश्न काल में विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि आयुषमान कार्ड के तहत जो इलाज होता है उसमें कई अस्पतालों में इलाज नहीं होता है. उसके लिए सरकार क्या योजना है. उन्होने कहा कि जो जवाब दिया गया है, उससे मैं संतुष्ट नहीं है. सीएमसी वेल्लोर में इसकी सुविधा नहीं है. कैसे इनरोलिंग हो निजी अस्पतालों में. आज की तारिख में मेडिका आयुष्मान कार्ड स्वीकार नहीं करता है. इसका कारण यह है कि अस्तपाल का पैसा बकाया है. वेल्लोर में केवल गंभीर नहीं बल्कि अन्य बीमारी के लोग भी जाते हैं. कैसे गरीबों को आयुष्मान कार्ड के तहत सुविधा मिलेगी. क्या सरकार आयुष्मान के तहत इलाज नहीं हो रहा है, उसके लिए कोई अन्य योजना या उपाय है.  जहां पर आयुष्मान के तहत इलाज नहीं हो रहा है, वहां के लिए क्या वैक्लपिक व्यवस्था है.

 


 

सुदिव्य कुमार ने कहा कि विशेषज्ञ अस्तपालों में इलाज की व्यवस्था नहीं है. उसके लिए वैक्पलिक व्यवस्था करें. विधायक प्रदीप यादव ने स्वास्थ्य मंत्री के आने तक इस सवाल को स्थगित करने की मांग की. विधायक बंधु तिर्की ने कहा कि निश्चित इसकी वैकल्पिक  व्यवस्था करने की मांग की. प्रभारी मंत्री बादल पत्रलेख ने जवाब देते हुए कहा कि अस्तपाल हैं, मेदांता और मेडिका आयुष्मान से सूचीबद्ध है. सीएमसी वेल्लोर मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना के तहत सूचीबद्ध है. अगर कोई इस तरह का आनाकानी करती है तो जानकारी दी जाए, उनके खिलाफ एक्शन ली जाएगी. सभी सकारात्मक सुझावों का स्वागत है. 2 करोड़ 78 लाख आयुष्मान के तहत लाभ लेने के लिए सूचीबद्ध है. ग्रीन कार्ड वालों को भी आयुष्मान कार्ड का लाभ दे रहे हैं. सीएम के निर्देश पर कमेटी बनी है, जिसमें विधायक मेंबर हैं.
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