न्यूज 11 भारत
हमें भगवान ने प्रकृति का अनमोल उपहार दिया है जिसमे तरह तरह की चीजे दी है, जिसका हम दैनिक जीवन में उपयोग करते है. लेकिन जब प्रकृति का दोहन हद से भी ज्यादा होने लगता है तो हमे उसका दुष्परिणाम भी झेलना पड़ता है जैसे भीषण गर्मी, बाढ़, भूकंप आदि. दुनिया के कई हिस्से इस समय बेदर्द मौसम की मार झेल रहे हैं, ये प्रकृति के अत्यधिक दोहन , जंगलों कि अवैध कटाई आदि का दुष्परिनाम ही है जो मानव जाति की परेशानी का सबब बना हुआ है. यूरोप, अमेरिका और चीन आदि जगहों पर तो भीषण गर्मी कहर बरपा रही है. इतनी ज्यादा गर्मी की बड़ी वजह जंगलों की आग को भी माना जा रहा है. फ्रांस, स्पेन, पुर्तगाल समेत करीब 10 देशों के जंगलों में भीषण आग लगी हुई है. राजनीतिक अस्थिरता के साथ साथ ही ब्रिटेन को हीटवेव ने काफी परेशान करदिया है. पहली बार यहां पारा 40 के पार पहुंचा है. मौसम अधिकारियों के अनुसार पूर्वानुमान बताया गया है कि गर्मी के सारे रिकॉर्ड टूट सकते हैं. स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार तो गर्मी से लोगों के बीमार होने और मरने तक की आशंका है. इस कारण अधिकारियों ने राष्ट्रीय आपदा घोषित कर दी है.
तापमान के सारे रिकॉर्ड टूटे
ब्रिटेन में मंगलवार को बढ़े हुए तापमान ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए है. यॉर्कशायर में स्कामोंडेन जलाशय की तलहटी सूखने लगी है और टूटने के कगार पर है जिसको देखकर भीषण गर्मी का अंदाजा लगाया जा सकता है. ब्रिटेन फिलहाल सहारा रेगिस्तान से भी ज्यादा गरम है, इसलिए वहां के लोगों को घर से ही काम करने के लिए कहा गया है. मौसम विभाग के मुताबिक, देश में पहली बार पारा 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंचा है. इससे पहले सबसे ज्यादा तापमान का 38.7 डिग्री रिकार्ड किया गया है, जो 2019 का है गर्मी से कई जगहों पर नॉटिंघमशायर, हैम्पशायर और ऑक्सफोर्डशायर में स्कूल बंद कर दिए गए हैं.
सामूहिक आत्महत्या कर सकते है लोग : UN
एक्सट्रीम वेदर को लेकर संयुक्त राष्ट्र ने काफी चिंता जताई है. महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि जंगल की आग और हीट वेव के कारन आधी मानवता ही सामूहिक आत्महत्या के मुहाने पर पहुंच गई है. लोग परेशानी नही झेल पाने के कारन अपने आप को नुकसान पहुंचा सकते है. भीषण गर्मी से होने वाली बेचैनी इसका कारन हो सकता है. उन्होंने आगे कहा कि कोई भी देश इसका सामना नहीं कर पा रहा है, उन्होंने जलवायु संकट पर 40 देशों के मंत्रियों के साथ बैठक की और कहा, कि ‘बाढ़, सूखा, अत्यधिक तूफान और जंगल की आग से आधी मानवता खतरे में है. फिर भी हम जीवाश्म ईंधन की लत को छोड़ नहीं पा रहे हैं.
अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के सैटेलाइट्स ने 13 जुलाई को धरती के ज्यादातर हिस्सों में हीटवेव की वजह से 40 डिग्री के पार तापमान रिकॉर्ड किया था .
यूरोप के कई देशों में धधक रही है भीषण आग
स्पेन : स्पेन के कई जगहों पर जंगल में आग लगी हुई है. लगभग 22 हजार हेक्टेयर जंगल जल चुका है. दक्षिण-पश्चिमी स्पेन में पारा भी 44 डिग्री सेल्सियस से ऊपर और देश के बाकी हिस्सों में 40 डिग्री तक जा चुका है. कई जगहों पर हालांकि आग को काबू किया जा चुका है, लेकिन ये काफी परेशानी का कारन हो सकता है. जिससे गर्मी अपने चरम पर है. यहां लगभग 36 से ज्यादा जगहों पर आग दहक रही है, इनमें से 2 दर्जन जंगलों की आग अभी भी बेकाबू है. देश के कुल 2/3 फायर फाइटर्स को बचाव और राहत कार्य में तैनात किया गया है.
पुर्तगाल : पुर्तगाल के उत्तर में लगी जंगल की आग से दो लोगों की मौत हो चुकी है. यहां जंगल कि आग ने 12,000 एकड़ से ज्यादा इलाके को प्रभावित किया है. पुर्तगाल में एक हफ्ते में पारा 47 डिग्री तक पहुंच चूका है जो कि अपने उच्चतम स्तर पर है. यहां फायर ब्रिगेड के एक हजार से ज्यादा जवान आग पर काबू पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं.
चीन : चीन में तो शंघाई समेत कई शहर भीषण गर्मी की मार झेल रहे हैं. गर्मी से बचने के लिए लोग अंडरग्राउंड शेल्टर्स में जा रहे हैं. शंघाई समेत 68 शहरों में रेड अलर्ट जारी कर दिया है. लोगों को हीटवेव के प्रति सचेत किया गया है. चीन की आर्थिक राजधानी शंघाई की सड़कें एक दम सुनसान नजर आ रही हैं. इक्का दुक्का लोग ही जरूरी काम से बाहर निकल रहे हैं. यहां गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. लोग काफी परेशान है.
फ्रांस : एक हफ्ते से फ्रांस के दक्षिण-पश्चिमी हर बोर्डर के नजदीक के जंगलों में आग लगी है। लोगो को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. पारा 33 डिग्री पार हो चुका है. लगभग 22 हजार एकड़ में फैले जंगल में आग लगने से 12 हजार लोगों को बचाया गया. 3000 से भी ज्यादा फायर फाइटर्स आग बुझाने में जुटे हुए हैं.
अमेरिका : अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन देश में क्लाइमेट इमरजेंसी लगाने पर विचार कर रहे है क्यूंकि अमेरिका में 5.58 करोड़ लोग यानी करीब 17% आबादी भीषण गर्मी की चपेट में है. मौसम विभाग के मुताबिक, इस हफ्ते के मध्य तक दक्षिण, पश्चिम और मिडवेस्ट में खतरनाक स्तर की गर्मी का अनुमान है. आगे स्थिति और खराब हो सकती है.