न्यूज़11 भारत
रांची: झारखंड विस्थापित संघर्ष मोर्चा के विस्तारित बैठक रविवार को चंद्रदेश सिंह की अध्यक्षता में प्रेस क्लब में हुई. बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए मोर्चा के अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद भुनेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा कि सरकार के गठन को 2 साल पूरे हो गए. इसके बाद भी अभी तक विस्थापितों की समस्याओं को लेकर सरकार गंभीर नहीं दिख रही है. राज्य में अभी तक विस्थापन आयोग का गठन नहीं हुआ है. उन्होंने बताया बैठक में सर्व सहमति से सभी वक्ताओं ने सरकार से मांग किया कि अविलंब विस्थापन आयोग का गठन कर विस्थापितों की समस्याओं का समाधान करें. मेहता ने कहा कि 24 विस्थापित संगठन के लोग इस बैठक में शामिल रहे ,आगे सभी वैसे संगठन जो अभी इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए हैं और विस्थापन के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं सभी संगठनों को एक मंच पर लाने का प्रयास किया जाएगा. साथ ही साथ यह भी तय किया गया कि सभी जिलों में विस्थापितों को कन्वेंशन किया जाएगा. मार्च 2022 तक कम से कम 10 जिलों में जहां विस्थापित से तंग और तबाह है वहां सेमिनार का आयोजन किया जाएगा.
24 दिसंबर को मोर्चा के सभी वरीय पदाधिकारी लातेहार जिला के मनिका में जाएंगे, जहां वर्षों से विस्थापन के खिलाफ आंदोलन चल रहा है. 2 फरवरी 2022 को कोयलकारो जाएंगे. जहां 2001 में आंदोलन के दौरान 8 लोग की शहादत हुई थी. इसी प्रकार जनवरी, फरवरी और मार्च 2022 में बोकारो, जमशेदपुर, हजारीबाग, दुमका, रामगढ़ और चतरा सहित अन्य जिलों में समिति के वरीय पदाधिकारी दौरा कर सम्मेलन का आयोजन किया जायेगा. बैठक में वासवी किड़ो ,राजेश यादव, ,इकबाल हुसैन, मुन्नी हांसदा,डा मिथलेश दांगी, सुफल महतो, खुशबू देवी, सुशांतो मुखर्जी, जितेंद्र सिंह, राम सुंदर महतो, सुभाष चंद्र महतो, अजय कुमार सिंह, डॉ रणधीर कुमार प्रदीप कुमार आदि उपस्थित थे.