रांची: विधायक बिनोद सिंह की ओर से लाये गये कटौती प्रस्ताव वापस लिये जाने के बाद सरकार द्वारा पेश किया गया. अनुपूरक बजट एवं अनुदान मांग सदन से पारित हो गया. इसके बाद सदन कल (8 सितंबर) दिन के 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया. सरकार की ओर से 4684.93 करोड़ का अनुपूरक बजट पेश किया गया था.
किस विभाग को कितना पैसा मिला
सरकार की ओर से पेश किए बजट में ऊर्जा विभाग का 1786.05 करोड़, खान विभाग का 1000.03 करोड़, आपदा प्रबंधन विभाग का 337.32 करोड़, कृषि विभाग का 324.75 करोड़, स्वास्थ्य विभाग का 279.30 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया. अनुपूरक बजट में सबसे अधिक ऊर्जा विभाग को 1786.5 करोड़ रुपये आवंटित किया गया है.
अनुपूरक बजट पर सरकार की ओर से प्रभारी वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव सहित सत्ता पक्ष के कई विधायकों ने इसके समर्थन में अपनी बातों को रखा.
इन विधायकों ने बजट के पक्ष में रखी अपनी बात
- डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा कि कोविड में सरकार को बहुत अधिक खर्च करना पडा़. मनरेगा में खर्च हुए. इसलिए अनुपूरक बजट लाना पड़ा.
- डॉ इरफान अंसारी ने कहा, 18 साल भाजपा ने शासन किया. मगर किसी को रोजगार देने का काम नहीं किया. बल्कि खनिज संपदा को दोहन किया. हेमंत सरकार अब राज्य का विकास करना चाहती है. हेमंत सरकार 25 साल तक राज्य में शासन करेंगे. मैं इस बजट का समर्थन करता हूं.
- झामुमो विधायक सुदिव कुमार ने बजट का समर्थन करते हुए कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार झारखंड का विकास होना नहीं देखना चाहती है. इसलिए झारखंड के सार्वजनिक उपकरमों पर करोड़ों रु. का बकाया है, इसके बावजूद केंद्र सरकार झारखंड के हिस्से की राशि काटकर डीवीसी को दे रही है.