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रांची/डेस्क: ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के OSD संजीव लाल के सहायक के घर से जब्त करोड़ रुपये को लेकर ED ने जांच के बाद खुलासा किया है किया है कि बरामद पैसा टेंडर घोटाला और मनी लाउंड्रिग से जुड़ा हुआ है. ED ने दावा किया है कि इस पूरे मामले में कई अधिकारी संलिप्त हैं और कई नेता बड़े नेताओं का उन्हें संरक्षण प्राप्त है. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने रिमांड पिटीशन को लेकर कोर्ट में कहा कि ग्रामीण विकास विभाग के कई अधिकारी कमीशनखोरी के साठगांठ में शामिल हैं. कमीशन का पैसा पहले नगद के रूप में लिया जाता था, फिर पैसों के नेटवर्क को मंत्री आलमगीर आलम के OSD संजीव लाल के द्वारा विभिन्न प्रक्रियाओं से गुजार कर सफेद किया जाता था.
ईडी ने जानकारी देते हुए बताया कि संजीव लाल प्रभावशाली व्यक्तियों के लिए कमीशन लेता था और टेंडर मैनेज करने के लिए इंजीनियरों से भी साठगांठ कर रखा था. ऐसे में कई बड़े अधिकारी भी जांच के दायरे में आएंगे. संजीव लाल के सहायक के घर से पैसे की बरमदगी के बाद ED ने संजीव लाल और उसके सहायक जहांगीर आलम को रिमांड में ले लिया है. जहांगीर के घर से जांच एजेंसी ने 45 करोड़ रुपए के साथ ही दो गाड़ियां भी जब्त की है. जहांगीर आलम ने ED के समक्ष स्वीकार किया है कि उसके नाम से रेगीस्टर्ड दोनों गाड़ी का इस्तेमाल संजीव लाल करता है.