न्यूज11 भारत
रांचीः रांची में एक बार फिर वर्चुअल कॉल के जरिए व्यवसायियों के निशाने पर लेकर रंगदारी का मामला सामने आया. मामले में एक बार फिर जेल में बंद सुजीत सिन्हा और अमन साव के नाम का इस्तेमाल किया गया और रंगदारी मांगी गई. जिसके बाद मामले कि शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया. मामला नगड़ी और खेलगांव थाना क्षेत्र से जुड़ा हुआ है जिसमें पुलिस ने कार्रवाई की.
रातों रात अमीर बनने की चाहत में युवा अपराध की दल-दल में फंसते जा रहे है. वहीं शहर में आतंक कायम करने की हर मुमकिन कोशिशें भी इनके द्वारा की जा रही है जिसका अंत इनकी जेल के सलाखों के पीछे जाने के बाद ही खत्म हो रहा है. कुछ इसी तरह का मामला रांची में आय है. सूरज कुमार सिंह नामक युवक अपने दोस्त रंजीत कुमार साव उर्फ रंजन साव और संजीव कुमार मिश्रा उर्फ छोटू की मदद ले व्यवसायियों को व्हाट्सएप्प कॉल और मैसेज कर रंगदारी की मांग करता था और हदें पर जान से मारने की धमकी भी और इसके लिए वो झारखण्ड के नामचीन गुंडों कर नाम का भी इस्तेमाल करने से गुरेज नहीं करता था. वही खेलगांव थाना क्षेत्र में एक सीमेंट व्यवसायियों से वर्चुअल कॉल के माध्यम से रंगदारी मांगी गई थी. वहीं पैसे न देने पर इनके द्वारा व्यवसायी के घर पर फायरिंग की भी योजना थी ताकि व्यवसायी डर से पैसे दे दें. हालांकि ये अपने नापाक मंसूबो को अंजाम दे सके उसके पहले ही पुलिस ने इन्हें धर दबोचा.
पूछताछ में अपराधियों ने क़ई राज उगले
सूरज ने पुलिस को बताया कि व्यवसायियों को धमकी भरे कॉल करने और उनसे रंगदारी मांगने को लेकर फर्जी सिम की जरूरत थी जिसे उसके सहयोगी संजीव ने पूरा किया और उसने फर्जी पता और नाम पर उसे सिम उपलब्ध कराया जिसके बाद उन्होंने व्यसायियों को कॉल करना शुरू किया. इसी फेजरिस्त में खेलगांव थाना क्षेत्र के सैनिक कॉलोनी डुमरदगा में रहने वाले व्यवसायी से 5 लाख रुपये रंगदारी मांगी थी. व्यवसायी को वर्चुअल कॉल कर रंगदारी मांगी थी.