न्यूज़11 भारत
रांची: झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन पंडित रघुनाथ मुर्मू जनजातीय विश्वविद्यालय विधेयक 2021 सदन से पास हो गया. झारखंड में खुलने वाला पंडित रघुनाथ मुर्मू जनजातीय विश्वविद्यालय पूर्वी भारत का पहला विश्वविद्यालय होगा. इसे जमशेदपुर के गालूडीह और घाटशिला के बीच निर्माण की योजना है. इसके लिए 20 एकड़ जमीन भी चिह्नित की जा चुकी है. झारखंड में खुलने वाला पंडित रघुनाथ मुर्मू जनजातीय विश्वविद्यालय पूर्वी भारत का पहला विश्वविद्यालय होगा. इसे जमशेदपुर के गालूडीह और घाटशिला के बीच निर्माण की योजना है. इसके लिए 20 एकड़ जमीन भी चिह्नित की जा चुकी है. इसके अलावा कोर्ट फीस (झारखण्ड संसोधन) विधेयक 2021 और झारखण्ड विद्युत शुल्क संसोधन विधेयक 2021 सदन से पास हो गया है.
तीन विधायकों ने विधेयक को प्रवर समिति में भेजने की मांग की मांग की. सभी ने कहा कि समिति 30 दिनों के अंदर अपना प्रतिवेदन दे. प्रवर समिति में भेजने की मांग करने वाले में माले विधायक विनोद कुमार सिंह, आजसू विधायक लंबोदर महतो, बीजेपी विधायक अनंत ओझा शामिल हैं. आजसू विधायक लंबोदर महतो ने कहा कि यह बहुत अहम विधेयक है. इसलिए इसमें सम्रगता से विचार होना चाहिए. भाजपा विधायक अनंत ओण ने कहा कि इसमें निश्चित ही संसोधन होना चाहिए. इस पर व्यापक स्तर पर सोचने की जरूरत है. रामचंद्र चंद्रवंशी ने इसे महत्वपूर्ण विधेयक बताते हुए कहा कि इस पर तुरंत अध्ययन करना संभव नही है. इसलिए इस पर विचार करने की जरूरत है. इनका साथ सत्ता पक्ष के विधायक बंधु तिर्की ने भी दिया. उन्होंने कहा कि यह सरकार की अच्छी पहल है. मगर इसमें कई त्रुटियां हैं. इसलिए आग्रह होगा इसमें और विचार करने की जरूरत है.
गत टीएससी की बैठक में सीएम हेमंत सोरेन ने भी कहा था कि राज्य के पहले जनजातीय विश्वविद्यालय के निर्माण का उद्देश्य जनजातीय भाषा और आदिवासी समुदाय की समृद्ध सांस्कृतिक परंपरा को सहेजना है. साथ ही उन पर शोध करने तथा आदिवासी समाज के मेधावी विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करना है.