न्यूज11 भारत
रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एएफसी महिला एशिया कप 2022 के मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया है. सोरेन को अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के अध्यक्ष प्रफुल्ल पेटल ने मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया है. सीएम हेमंत सोरेन ने पत्र लिखकर पटेल के प्रति आभार प्रकट किया है. साथ ही उन्होंने इसके आयोजन के लिए पूरे एआईएफ परिवार को बधाई एवं धन्यवाद दिया है.
सीएम ने कहा कि एएफसी महिला एशिया कप 2022 सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल टूर्नामेंटों में से एक है. हाल के दिनों में और इतनी बड़ी चैंपियनशिप की दूसरी बार मेजबानी करना देश में फुटबॉल का विकास अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के प्रयासों और दूरदर्शिता का परिणाम है. झारखंड में संक्रमण की स्थिति के कारण वे शारीरिक रूप से उपस्थित नहीं हो सकेंगे. उन्होंने इस टूर्नामेंट में भाग लेने वाली सभी टीमों और खिलाड़ियों को बधाई और एशियाई फुटबॉल चैंपियनशिप 2022 के सफल आयोजन के लिए पूरी एआईएफएफ टीम को शुभकामनाएं दी है.
राज्य में तैयार हुए बेहतरीन खिलाड़ी
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब झारखंड की बात आती है, तो यहां खेल जीवन का एक अभिन्न अंग है. विशेष रूप से फुटबॉल के क्षेत्र राज्य के खिलाड़ी बेहतरीन प्रदर्शन कर रहें हैं. मुझे ऐसे राज्य का नेतृत्व करने में गर्व महसूस होता है, जिसने देश के लिए कुछ बेहतरीन फुटबॉल खिलाड़ी तैयार किए हैं और अब भी कर रहे हैं. झारखंड के गुमला निवासी फुटबॉल खिलाड़ी 17 वर्षीय सुमति कुमारी का चयन सीनियर नेशनल एशियन फुटबॉल कप के लिए हुआ है. सुमति स्ट्राईकर खिलाड़ी हैं. भारतीय फुटबॉल संघ ने सुमति का चयन सीनियर नेशनल एशियन कप के लिए किया है. सुमति अंडर-17 की उन संभावित राज्य की बेटियों में से एक थी, जिन्हें 2020 में विशेष कैंप के जरिये पौष्टिक आहार और ट्रेनिंग दी गई थी.
झारखंड कर रहा है मेजबानी
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगस्त-अक्टूबर 2021 के बीच एएफसी महिला एशिया कप 2022 के तैयारी शिविर के लिए झारखंड में भारतीय महिला सीनियर फुटबॉल टीम की मेजबानी करके हमें खुशी हुई. हम वर्तमान में झारखंड में अंडर -17 राष्ट्रीय महिला टीम की मेजबानी कर रहे हैं. क्योंकि वे अंडर -17 फीफा महिला विश्व कप के लिए तैयारी कर रहीं हैं. मुझे उम्मीद है कि हमारी दोनों महिला टीमें देश में हो रही इन चैंपियनशिप में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगी.
फुटबॉल की नर्सरी बनाना है
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखण्ड की छुपी हुई खेल प्रतिभा को एक मंच देने के उदेश्य से SAHAAY योजना शुरू की गई है, ताकि बेहतरीन खिलाड़ियों का चुनाव किया जा सके. राज्य को फुटबॉल खिलाड़ियों के लिए नर्सरी बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है. विशेषकर फुटबॉल के विकास के प्रति सरकार गंभीर है.