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रांची: बुधवार की अहले सुबह पुलिस की छापेमारी के दौरान गिरिडीह में नवजात की मौत को लेकर झाखंड के नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आई है. बता दें प्रदेश के सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने बेहद तीखे शब्दों में इस घटना की निंदा की है. इस मामले में भारतीय जनता पार्टी के अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा कि गिरिडीह की घटना मन को विचलित करने वाली है. साा ही इस घटना को ह्रदय विदारक बताते हुए उन्होंने कहा कि झारखंड पुलिस को इस घटना को लेकर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए.
वहीं नवजात के मौत के मामले में सीपीआई माले विधायक विनोद सिंह ने कहा कि यह घटना काफी वीभत्स है और जांच कर उचित कार्रवाई करनी चाहिए. इसके अलावा राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा जो भी दोषी होगा, उसको विधि सम्मत सजा दी जाएगी. साथ ही पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि गिरिडीह की घटना के बाद सरकार पूरी तरह से संवेदनशील और गंभीर है. इस घटना की जांच कर जल्द रिपोर्ट देने का आदेश मुख्यमंत्री ने खुद दिया है.
आगे उन्होने कहा कि इस घटना की जांच कर दोषियों को सजा दिलाई जाएगी.बता दें कि बुधवार को गिरिडीह जिला में देवरी थाना क्षेत्र के कोशोगोंदोंदिघी गांव में उस वक्तएक नवजात बच्चे की मौत हो गयी. इसको लेकर बच्चे के पिजनों का आरोप है कि भूषण पांडेय को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस उनके घर आई थी, इसी दौरान पुलिसकर्मी के बूट से कुचलने से नवजात की मौत हो गयी. वही इस मामले में छह पुलिसकर्मियों के खिलाफ FIR दर्ज हुई. वहीं इनमे से पांच को निलंबित कर दिया गया है.
इस मामले का विडीयो वायरल होने के बाद सीएम ने इसकी जांच के आदेश दे दिए थे. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ये खुलासा हुआ कि चार दिन के नवजात की मौत 'तिल्ली (स्प्लीन) के फटने' से हुई है. इसके बाद उन सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गयी. इस मामले में डीएसपी संजय राणा और खोरीमहुआ एसडीपीओ मुकेश कुमार महतो पूरे मामले की जानकारी ले रहे हैं. वहीं पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरिडीह के देवरी पुलिस थाने में दो अधिकारियों संगम पाठक और एस. के. मंडल समेत छह पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है.
उनमें से पांच को निलंबित कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि मामले की जांच जारी है. बता दें इस मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पुलिसवालों की पैर से कुचलकर चार दिन के बच्चे की मौत मामले में जांच का आदेश दिया है. हेमंत सोरेन ने झारखंड पुलिस को मामले की जांच पर कार्रवाई करते हुए सूचित करने का निर्देश भी दिया है.
गिरिडीह में नवजात बच्चे की पैरो तले रौंदे जाने से हुई मौत के मामले को लेकर देवरी पुलिस पर आरोप लगने के बाद दंडाधिकारी की मौजूदगी में बच्चे का पंचनामा तैयार किया गया. पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए शव गिरिडीह भेजा गया जहा से आई रिपोर्ट में ये साफ हुआ कि बच्चे की मौत 'तिल्ली (स्प्लीन) के फटने' से हुई है. बता दें ये पोस्टमार्टम मजिस्ट्रेट की मौजूदगी हुआ था. बताते चलें कि झारखंड में गिरिडीह जिले की देवरी थाना पुलिस गंभीर आरोपों से घिर गई है.