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रांची: चार दिन के नवजात को पैरों तले कुचल कर हुई मौत के मामले में छह पुलिसकर्मियों के खिलाफ दर्ज हुई FIR.वहीं इनमे से पांच को निलंबित कर दिया गया है. बता दें झारखंड के गिरिडीह जिले में छापेमारी के दौरान कथित तौर पर पुलिसकर्मियों के जूतों से कुचलने से एक नवजात की मौत हो गई थी.
इस मामले का विडीयो वायरल होने के बाद सीएम ने इसकी जांच के आदेश दे दिए थे. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ये खुलासा हुआ कि चार दिन के नवजात की मौत 'तिल्ली (स्प्लीन) के फटने' से हुई है. इसके बाद उन सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गयी. इस मामले में डीएसपी संजय राणा और खोरीमहुआ एसडीपीओ मुकेश कुमार महतो पूरे मामले की जानकारी ले रहे हैं. वहीं पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरिडीह के देवरी पुलिस थाने में दो अधिकारियों संगम पाठक और एस. के. मंडल समेत छह पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. उनमें से पांच को निलंबित कर दिया गया है.
उन्होंने कहा कि मामले की जांच जारी है. बता दें इस मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पुलिसवालों की पैर से कुचलकर चार दिन के बच्चे की मौत मामले में जांच का आदेश दिया है. हेमंत सोरेन ने झारखंड पुलिस को मामले की जांच पर कार्रवाई करते हुए सूचित करने का निर्देश भी दिया है. गिरिडीह में नवजात बच्चे की पैरो तले रौंदे जाने से हुई मौत के मामले को लेकर देवरी पुलिस पर आरोप लगने के बाद दंडाधिकारी की मौजूदगी में बच्चे का पंचनामा तैयार किया गया.
पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए शव गिरिडीह भेजा गया जहा से आई रिपोर्ट में ये साफ हुआ कि बच्चे की मौत 'तिल्ली (स्प्लीन) के फटने' से हुई है. बता दें ये पोस्टमार्टम मजिस्ट्रेट की मौजूदगी हुआ था. बताते चलें कि झारखंड में गिरिडीह जिले की देवरी थाना पुलिस गंभीर आरोपों से घिर गई है. पुलिस पर चार दिनों के नवजात को पैरों तले कुचलने का आरोप लगा है.
उनपर आरोप है कि छापेमारी के दौरान पुलिसकर्मी के बूट से कुचले जाने के बाद नवजात ने दम तोड़ दिया है. इस मामले की जानकारी मिलते ही एसपी अमित रेणू के निर्देश पर जांच शुरू कर दी गई है.वहीं इस केस की जांच पुलिस निरीक्षक सहदेव प्रसाद कर रहे हैं.
जानिए क्या है पूरा मामला
ये सारा मामला शुरू होता है तब जब बुधवार सुबह देवरी थाना की पुलिस एक वारंटी को गिरफ्तार करने कोशोगोंदो दिघी गांव गई थी.पुलिस यहां छापेमारी कर वारंटी भूषण पाण्डेय को खोज रही थी. इस दौरान पुलिस वारंटी के घर के अंदर दाखिल हुई. घर पर इस तरह पुलिस को देखकर घर के सभी सदस्य घर छोड़कर निकल गए. वहीं घर के अंदर सिर्फ चार दिनों का एक नवजात ही रह गया था.
वहीं मृतक बच्चे की मां नेहा देवी पति रमेश पाण्डेय का कहना है कि पुलिसकर्मी एक एक कमरे की तलाशी ले रहे थे. वहीं एक कमरे में चार दिनों का उसका बच्चा चौकी पर सो रहा था.इसके बाद जब पुलिस जब घर से बाहर निकल गई तो वो अपने कमरे में गई. बच्चे को देखा तो उसके शरीर पर किसी प्रकार का हलचल नहीं था.इस घटना के बाद नेहा और घर के अन्य सदस्यों का आरोप है कि बच्चे की मौत पुलिसकर्मी के पैर से दब जाने से हुई है.