न्यूज11 भारत
रांचीः H5N1 वायरस यानी बर्ड फ्लू के संक्रमण से 11 साल की एक लड़की की मौत हो गई. बता दें, साल 2014 के बाद H5N1 वायरस संक्रमण दक्षिण एशियाई देश का पहला ज्ञात मामला था. दरअसल, 11 साल के लड़की की मौत का यह मामला कंबोडिया के ग्रामीण प्री वेंग प्रांत का है जहां तेज बुखार और खांसी से लड़की गंभीर रूप से बीमार पड़ गई थी.
इलाज के दौरान लड़की ने तोड़ा दम
इसकी जानकारी द इंडिपेंडेंट को देते हुए स्वास्थ्य मंत्री मैम बुन्हेंग ने बताया है कि H5N1 वायरस बर्ड फ्लू के संक्रमण से कंबोडिया के ग्रामीण प्री वेंग प्रांत की बच्ची बुखार और खांसी से गंभीर रूप से बीमार पड़ गई. उसकी हालत इतनी बिगड़ गई कि इलाज के दौरान ही उसने दम तोड़ दिया. उन्होंने बताया कि, बच्ची को इलाज के लिए नोम पेन्ह के राष्ट्रीय अस्पताल में शिफ्ट किया गया था जहां बुधवार को उसकी मौत हो गई. .
वायरस की चपेट में मिले लड़की के पिता और 11 अन्य
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि 11 साल की लड़की की मौत बुधवार (22 फरवरी) को हुई. संक्रमण को लेकर जब जांच की गई तो इसकी चपेट में लड़की के पिता और 11 अन्य लोग भी पाए गए. इधर, WHO निदेशक सिल्वी ब्रायंड ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी, कंबोडियाई अधिकारियों के साथ मामले और अन्य लोगों की टेस्टिंग को लेकर निकट संपर्क में थी.
मृत या बीमार जानवरों और पक्षियों को न रखें
जेनेवा में आयोजित एक वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में ब्रायंड ने एएफपी को बताया कि अभी यह कहना जल्दबाजी होगी कि यह वायरस एक इंसान से दूसरे इंसान में फैलता है या एक ही हवा में सांस लेने से लोग संक्रमित होते है. उन्होंने कहा कि कंबोडियाई स्वास्थ्य अधिकारियों ने मृतक 11 साल की लड़की के गांव के पास से मरे हुए पक्षियों के नमूने एकत्र जमा किए है साथ ही अधिकारियों ने लोगों से आग्रह किया है कि वे मृत या बीमार जानवरों और पक्षियों को न रखें. इसके अलावे वायरस के मद्देनजर अधिकारियों ने लोगों को एहतियाती उपायों का पालन करने की सलाह भी दी हैं.
एच5एन1 की स्थिति चिंताजनक- WHO
रिपोर्ट्स के मुताबिक, एवियन इन्फ्लुएंजा या बर्ड फ्लू से मनुष्यों में संक्रमण एक दुर्लभ मामला है हालांकि इस वायरस से इंसान तभी संक्रमित हो सकता है जब यह वायरस किसी भी व्यक्ति की आंख, नाक या मुंह में प्रवेश करता है, WHO निदेशक सिल्वी ब्रायंड ने कहा कि 'विश्वभर में पक्षियों में वायरस के व्यापक प्रसार और इंसान सहित मैमल्स में मामलों की बढ़ती फ्लू की रिपोर्ट को देखते हुए एच5एन1 की स्थिति चिंताजनक है. साथ ही विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) इस वायरस से आने वाली जोखिमों को गंभीरता से ले रहा है और विश्व के सभी देशों को सतर्कता बढ़ाने का आग्रह करता है.'