श्रीनगर: पिछले साल 14 फरवरी के ही दिन पुलवामा के आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था, CRPF के 40 जवान शहीद हो गए थे... और पुलवामा की घाटी खून से लाल हो चुकी थी... आतंकियों ने CRPF के काफिले को निशाना बनाते हुए बम ब्लास्ट किया था...आज देश के उन्हीं वीर सपूतों को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में CRPF के लेथपुरा कैंप में स्थित स्मारक पर श्रद्धांजलि दी गई. CRPF के स्पेशल DG ज़ुल्फिकार हसन इस समारोह के विशिष्ट अतिथि बने...
कौन है उमेश गोपीनाथ जाधव ?
महाराष्ट्र के उमेश गोपीनाथ जाधव ने देश भक्ति और सेना के प्रति अपनी निष्ठा को एक नया आयाम दिया है. दरअसल, उन्होंने हमले में जान गंवाने वाले 40 जवानों के परिवारों से मिलने के लिए भारत भर में 61000 किलोमीटर लंबी यात्रा की है.
गोपीनाथ ने कहा, 'मुझे गर्व है कि मैंने पुलवामा शहीदों के सभी परिवारों से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद मांगा. माता-पिता ने अपने बेटे को खो दिया, पत्नियों ने अपने पति को खो दिया, बच्चों ने अपने पिता को खो दिया, दोस्तों ने अपने दोस्तों को खो दिया. मैंने उनके घरों और उनके श्मशान घाटों से मिट्टी इकट्ठा की.'
शहीद 40 सीआरपीएफ कर्मियों की याद में बनाए गए स्मारक का लेथपुरा कैंप में आज उद्घाटन किया गया. सीआरपीएफ के अतिरिक्त महानिदेशक जुल्फिकार हसन ने गुरुवार को स्मारक स्थल का दौरा करने के बाद कहा, 'यह उन बहादुर जवानों को श्रद्धांजलि देने का तरीका है जिन्होंने हमले में अपनी जान गंवाई.' स्मारक में उन शहीद जवानों के नामों के साथ ही उनकी तस्वीरें भी हैं. साथ ही केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) का ध्येय वाक्य 'सेवा और निष्ठा' भी है. उमेश गोपीनाथ जाधव द्वारा एकत्र की गई मिट्टी को स्मारक पर रखा गया
आज के दिन प्रधानमंत्री ने भी शहीदों को याद किया. उन्होंनो ट्वीट कर कहा, 'पिछले वर्ष पुलवामा में सुरक्षा बलों पर हुए जघन्य आतंकी हमले में जान गंवाने वाले वीर शहीदों को श्रद्धांजलि. वे असाधारण लोग थे जिन्होंने हमारे देश की सुरक्षा और सेवा करने में अपना जीवन समर्पित कर दिया. भारत उनकी शहादत को कभी नहीं भूलेगा.'